बड़ी संख्या में लोग ट्रेनों में टिकट बुक कर रहे हैं। जिसके चलते अब ट्रेनों में 16 से 20 अप्रैल की स्लीपर और एसी की सीटे फुल होने के कारण वेटिंग लिस्ट की स्थिति पहुंच गई है। तेजी से बढ़ती बुकिंग को देखते हुए रेलवे की ओर से सीनियर सिटीजन यानी वरिष्ठ नागरिकों को किराये में दी जाने वाली छूट नहीं दी जा रही है।
लोग न करें अनावश्यक यात्रा…
कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए सरकार इस समय किसी भी तरह से भीड़ नहीं करना चाहती है। पूरी तरह से सोशल डिस्टेशिंग को बनाए रखना चाहती है। यही कारण है कि भारतीय रेलवे सीनियर सिटीजन को किराए में छूट नहीं दे रही है। सरकार यही चाहती है कि अभी लोग अनावश्यक यात्रा करने से बचें। बता दें कि अब तक महिलाओं को 50 तथा पुरुषों को 40 फीसदी छूट सीनियर सिटीजन के नाते दी जाती थी।
वहीं 20 मार्च आधी रात से रेलवे ने कोरोना वायरस के फैलाव को कम करने के उद्देश्य से विद्यार्थी, दिव्यांगजनों, मरीजों को छोड़कर विभिन्न कुल 53 श्रेणियों के तहत दी जाने वाल रियायात समाप्त कर दी थी। इसका मकसद कम से कम संख्या में लोग ट्रेनों से सफर करें।
इन ट्रेनों में भर गई हैं सीटें…
आपको बता दें कि 14 अप्रैल से लॉकडाउन हटने के बाद रेलवे ने सभी जोनल-डिवीजन के संबंधित अधिकारियों को ड्यूटी पर तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। इसको देखते हुए रेल यात्रियों ने एडवांस टिकट बुक कराने शुरू कर दिए हैं। ट्रेनों में सभी सीटें बुक होने के कारण वेटिंग टिकट मिल पा रहे हैं। इसमें हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस, दिल्ली-पुरुषोत्तम एक्सप्रेस, जलियांवाला बाग एक्सप्रेस, टाटा जम्मू तवी एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस आदि की एसी व स्लीपर की सीटे भर गई हैं।