– तीन से छह माह की सजा का प्रावधान
कलेक्टर साल में दो बार मकान मालिकों के लिए धारा १४४ के तहत किराएदारों की जानकारी देने संबंधी आदेश जारी करते हैं। इसका उल्लंघन करने वाले मकान मालिकों के खिलाफ पुलिस धारा-१८८ आइपीसी के तहत एफआइआर दर्ज कर सकती है। इसमें तीन से छह माह की सजा या जुर्माने का प्रावधान है। दूसरी ओर जब से रिवेयरा टाउनशिप बनी है, तब से आज तक किसी ने मंत्री-विधायक या कारोबारी ने अपने किराएदार की सूचना थाने में नहीं दी। इसके बावजूद किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कलेक्टर साल में दो बार मकान मालिकों के लिए धारा १४४ के तहत किराएदारों की जानकारी देने संबंधी आदेश जारी करते हैं। इसका उल्लंघन करने वाले मकान मालिकों के खिलाफ पुलिस धारा-१८८ आइपीसी के तहत एफआइआर दर्ज कर सकती है। इसमें तीन से छह माह की सजा या जुर्माने का प्रावधान है। दूसरी ओर जब से रिवेयरा टाउनशिप बनी है, तब से आज तक किसी ने मंत्री-विधायक या कारोबारी ने अपने किराएदार की सूचना थाने में नहीं दी। इसके बावजूद किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
– नहीं दे रहे कॅमर्शियल टैक्स
जिन लोगों ने अपने बंगले कॅमर्शियल उपयोग के लिए किराए पर दिए हैं, वे भी टैक्स चोरी भी कर रहे हैं। नगर निगम वार्ड २८ के प्रभारी वामन राव जंजाले का कहना है कि रिवेयरा के सभी मकान मालिक आवासीय टैक्स जमा कर रहे हैं। कुछ बंगलों में ऑफिस संचालित हो रहे हैं, लेकिन इन मकान मालिकों का कहना है कि उन्होंने निजी कार्य के चलते ये ऑफिस खोले हैं।
जिन लोगों ने अपने बंगले कॅमर्शियल उपयोग के लिए किराए पर दिए हैं, वे भी टैक्स चोरी भी कर रहे हैं। नगर निगम वार्ड २८ के प्रभारी वामन राव जंजाले का कहना है कि रिवेयरा के सभी मकान मालिक आवासीय टैक्स जमा कर रहे हैं। कुछ बंगलों में ऑफिस संचालित हो रहे हैं, लेकिन इन मकान मालिकों का कहना है कि उन्होंने निजी कार्य के चलते ये ऑफिस खोले हैं।
– कांग्रेस विधायक ने उठाया था मुद्दा
कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह ने रिवेयरा का मामला २०१५ में विधानसभा में उठाया था। गोविंद सिंह ने कहा था कि सांसद, मंत्री और विधायकों के बंगले १५ से २० हजार रुपए किराए पर दिए गए हैं। इसके बावजूद शासन-प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह ने रिवेयरा का मामला २०१५ में विधानसभा में उठाया था। गोविंद सिंह ने कहा था कि सांसद, मंत्री और विधायकों के बंगले १५ से २० हजार रुपए किराए पर दिए गए हैं। इसके बावजूद शासन-प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
किसका बंगला, कौन किराएदार
विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा दीपक जैन
विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार सिंह श्याम वर्मा
मंत्री जयंत मलैया हर्ष मलहोत्रा
मंत्री अंतर सिंह आर्य, किराएदार दो हजार और एलईडी
मंत्री माया सिंह अभिषेक अग्रवाल
मंत्री दीपक जोशी सूची में लिखा है किराए पर पर
मंत्री जगदीश देवड़ा, ट्राइडेंट जूरियस का ऑफिस
मंत्री पारस चंद्र जैन अमित जैन
केद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर
मंत्री नरोत्तम मिश्रा
मंत्री रामपाल सिंह
पूर्व वित्त मंत्री राघवजी लोकेश सावला
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई रोहन पोद्दार
पूर्व मंत्री महेन्द्र बोद्ध कोशलेन्द्र सिंह
पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी किराएदार का ऑफिस
पूर्व मंत्री करण सिंह वर्मा शिव वर्मा
पूर्व मंत्री ढाल सिंह बिसेन आरती भदौरिया
विधायक शिवराज शाह गंगाराम गोसरे
विधायक जुगल किशोर बागरी योगेन्द्र बघेल
विधायक ईश्वर दास रोहाणी भवानी सिंह
विधायक दिलीप सिंह परिहार स्वप्निल जैन
विधायक दुर्गलाल विजय संतोष कुमार जैन
पूर्व विधायक विनोद डागा हरीदयाल
पूर्व विधायक नरेन्द्र नाहटा अजय राय
डॉक्टर हजेला संतोष सिंह गौर
विधायक सत्यपाल सिंह उर्फ नीटू सिकरवार
विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा दीपक जैन
विधानसभा उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार सिंह श्याम वर्मा
मंत्री जयंत मलैया हर्ष मलहोत्रा
मंत्री अंतर सिंह आर्य, किराएदार दो हजार और एलईडी
मंत्री माया सिंह अभिषेक अग्रवाल
मंत्री दीपक जोशी सूची में लिखा है किराए पर पर
मंत्री जगदीश देवड़ा, ट्राइडेंट जूरियस का ऑफिस
मंत्री पारस चंद्र जैन अमित जैन
केद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर
मंत्री नरोत्तम मिश्रा
मंत्री रामपाल सिंह
पूर्व वित्त मंत्री राघवजी लोकेश सावला
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई रोहन पोद्दार
पूर्व मंत्री महेन्द्र बोद्ध कोशलेन्द्र सिंह
पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी किराएदार का ऑफिस
पूर्व मंत्री करण सिंह वर्मा शिव वर्मा
पूर्व मंत्री ढाल सिंह बिसेन आरती भदौरिया
विधायक शिवराज शाह गंगाराम गोसरे
विधायक जुगल किशोर बागरी योगेन्द्र बघेल
विधायक ईश्वर दास रोहाणी भवानी सिंह
विधायक दिलीप सिंह परिहार स्वप्निल जैन
विधायक दुर्गलाल विजय संतोष कुमार जैन
पूर्व विधायक विनोद डागा हरीदयाल
पूर्व विधायक नरेन्द्र नाहटा अजय राय
डॉक्टर हजेला संतोष सिंह गौर
विधायक सत्यपाल सिंह उर्फ नीटू सिकरवार
रिवेयरा टाउनशिप के बंगला मालिकों की लिस्ट पुलिस के पास है, लेकिन यह जानकारी नहीं है कि किस बंगले में किराएदार है और किसमें कार्यालय। इसकी जानकारी किसी मंत्री, विधायक या कारोबारी ने नहीं दी है। अबकी बार कलेक्टर का आदेश जारी होते ही थाना पुलिस वेरीफिकेशन करेगी।
– आशीष भट्टाचार्य, टीआइ, कमला नगर
– आशीष भट्टाचार्य, टीआइ, कमला नगर
अपने मित्र को बंगला किराये पर दिया है। पुलिस को किरायेदार की सूचना देने के मामले में अभी जानकारी नहीं है। स्टॉफ से पूछूंगा। यदि नहीं दी होगी तो पुलिस को जानकारी भेज दी जाएगी।
– जयंत मलैया, मंत्री, वित्त विभाग
– जयंत मलैया, मंत्री, वित्त विभाग