पत्रिका ने मानवीय संवेदना के इस मुद्दे को गुरुवार के अंक मेंं दो घायलों के सडऩे लगे पैर, एक खो चुका याददाश्त शीर्षक से समाचार प्रकाशित प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया था। ज्ञात हो कि १५ मार्च को हाईवे पर मंडीदीप से पैदल सलकनपुर जा रहे बच्चों को एक डंप चालक ने पीछे से रौंद दिया था। हादसे में रितिक पुत्र राकेश साहू और अंकित रघुवंशी की मौत हो गई थी। वहीं मंडीदीप निवासी जितेन्द्र ठाकुर, राजेन्द्र ठाकुर, लक्की राजपूत गंभीर रूप से घायल हो गए थे। तीनों को हमीदिया अस्पताल से बिना उपचार के ही कुछ दिनों बाद छुट्टी दे दी गई थी। इलाज के अभाव में दो बच्चों के पैर सडऩे और एक सिर में चोट लगने से याददाश्त खो चुका है।
राजस्व निरीक्षक और पटवारी को पीडि़त परिवारों के पास भेजकर मृत और घायल बच्चों का पंचनामा बनवाया है, घायलों को मुख्यमंत्री सहायता राशि के लिए प्रस्ताव तैयार कराए हैं। पीडि़तों को जल्द ही आर्थिक मदद मिल जाएगी।
चंद्रशेखर श्रीवास्तव, तहसीलदार गौहरगंज
घर में घुसकर दो युवकों ने की मारपीट
घर में घुसकर दो युवकों द्वारा बंदूक और तलवार से हमला करने का मामला सामने आया है। आरोपी अपनी होटल से शराब पकड़े जाने से नाराज थे। ओरोपियों ने परिवार के सदस्यों से मारपीट कर जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार सुरजीतङ्क्षसह की पत्नी गुरमान सिंह कौर ने थाने में दर्ज प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा है कि गुरुवार शाम को अमनदीप ङ्क्षसह उर्फ चीना बंदूक लेकर और रणदीपङ्क्षसह तलवार लेकर घर में घुसे। दोनों ने कौर से कहा कि तुम लोगों ने आबकारी विभाग में उनकी शिकायत की है। इसके बाद आरोपियों ने १० हजार रुपए नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी। इस दौरान ड्राइवर, जेठ, और जेठानी भी वहां आ गए। दोनों आरोपियों ने तलवार और बंदूक दिखाते हुए उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। पुलिस ने गुरमान कौर की शिकायत पर दोनों आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।