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Breaking: माजा में जहर पिलाकर यात्री की करते थे हत्या, फिर लूट कर भाग जाते थे जिंदगी भर की कमाई

locationभोपालPublished: Jun 03, 2018 01:34:16 pm

Submitted by:

Manish Gite

Breaking: माजा में जहर पिलाकर यात्री की करते थे हत्या, फिर लूट कर भाग जाते थे जिंदगी भर की कमाई

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Breaking: माजा में जहर पिलाकर यात्री की करते थे हत्या, फिर लूट कर भाग जाते थे जिंदगी भर की कमाई

(मिथलेश रघुवंशी की रिपोर्ट)

भोपाल। ट्रेनों में यात्रियों को जहर देकर लूटपाट करने वाले तीन तीन सदस्यीय अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। जीआरपी भोपाल को यह बड़ी सफलता मिली है। रविवार को 12 बजे हुई प्रेस कांफरेस में इन आरोपियों को पुलिस ने पेश किया। यह गिरोह इतना खुंखार है कि यात्रियों से चंद रुपए लूटने के लिए जहर देकर हत्या तक कर देते थे।
भोपाल जीआरपी को यह बड़ी सफलता मिली है। 8 अप्रैल को विदिशा जिले के गंजबासौदा में एक युवक की लाश मिली थी। युवक की पहचान श्यामराव सावलेपिता संतोष सावले (20) के रूप में हुई थी। जांच में पता चला था कि उसे नशीला पदार्थ दिया गया था। श्यामराव बघौली बुजुर्ग थाना मुलताई जिला बैतूल का रहने वाला था।
आरोपियों को देखने पहुंचे थे परिजन

इधर, जब पुलिस ने प्रेस कांफरेंस में आरोपियों को प्रस्तुत किया, तो अपने बेटे के हत्यारों को देखने के लिए परिजन भी मुलताई से भोपाल आ गए थे। आरोपियों को देखकर वे अपने को नहीं रोक पाए और फूटफूटकर रो पड़े। पुलिस कर्मी उन्हें ढांढस बंधाते रहे।
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आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस

पुलिस ने जब सारे बिन्दुओं की पड़ताल की तो पता चला कि वह 8 अप्रैल को मुलताई से भोपाल आने के लिए दक्षिण एक्सप्रेस (सदर्न एक्सप्रेस) से निकला था। रिजर्वेशन नहीं होने के कारण वह जनरल कोच में यात्रा कर रहा था। रास्ते में वह परिवार के लोगों से फोन पर भी बात कर रहा था।लेकिन इटारसी गुजरने के बाद मृतक का परिजनों से कोई संपर्क नहीं हुआ। श्यामराव के परिजन जब उसे भोपाल लेने पहुंचे तो मृतक भोपाल में उन्हें नहीं मिला। दूसरे दिन 9 अप्रैल को मृतक के परिजनों को शव गंजबासौदा में रेलवे ट्रेक पर पड़े होने की सूचना मिली थी। मतक के शव को देखने के बाद उसके परिजनों ने बताया था कि मृतक के पास एक मोबाइल एमआई कंपनी का था। मृतक के कान में सोने की बाली, गले में चांदी की चैन और साथ में पैसों का पर्स था। उसमें परिचय पत्र भी होना बताया गया था। प्रथम दृष्टया ही उसकी हत्या करके लूटपाट की आशंका जाहिर की गई थी।
रेल पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार राय ने इस गुत्थी को सुलझाने के लिए विशेष टीम गठित की थी। सायबर टीम ने मोबाइल के डिटेल पता की तो यह खुलासा हुआ कि लूटे गए मोबाइल फोन को सीहोर जिले के गोपालपुर के वासुदेव गांव का अमित बकोरिया इसे इस्तेमाल कर रहा था। अमित से जब पूछताछ की गई तो उसने यह फोन अपने दोस्त रेहटी के कलवाना निवासी विजय बकोरिया से खरीदना बताया। इस सूचना के आधार पर विजय से जब पूछताछ हुई तो उसने यह मोबाइल फोन कृष्णकांत वर्मा से अमित को चार हजार रुपए दिलवाना बताया। इस आधार पर पुलिस आगे बढ़ती गई और पुलिस ने कृष्णकांत वर्मा पिता पप्पू पिता द्वारिकाप्रसाद वर्मा से पूछताछ शुरू की। कृष्णकांत ने बताया कि अपने साथी सतराना रेहटी निवासी योगेश मेहरा पिता नर्मदा प्रसाद मेहरा (19) के साथ मिलकर श्यामराव सावले को माज़ा में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ लूट की घटना कबूल की है।
बातचीत करके दोस्त बना लेते थे
आरोपियों ने बताया कि वो कैसे यात्रियों से दोस्ती करके अपने जाल में फांस लेते थे। फिर धीरे से बिस्किट या कोल्ड ड्रिंक में जहर मिलाकर पिला देते थे। श्यामराव के साथ भी उन्होंने ऐसा ही किया था। पहले बातचीत शुरू कर दी और रेलवे स्टेशन इटारसी में दोनों आरोपियों ने श्यामराम को लूटने की प्लानिंग बना ली। थोडी ही देर में श्यामराम बेहोस हो गया, तो उसका सामान एक मोबाइल फोन सोने की बाली, गले में चांदी की ैन और पर्स लूट लिया।
दो सालों से सक्रिय था गिरोह
आरोपियों ने बताया कि वे पिछले दो सालों से यात्री ट्रेनों में नशीला पदार्थ खिलाकर चोरी और लूट की घटनाएं कर रहे थे।

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