इनमें मप्र के चीफ सेक्रेटरी बसंत प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव पर्यटन हरिरंजन राव, आईजी जयदीप प्रसाद, कलेक्टर सुदाम खाड़े, एडीएम भावना वालंबे, सीईओ जिला पंचायत हरजिंदर सिंह, भोपाल टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल (बीटीपीसी) के संयुक्त सचिव रितेश शर्मा आदि 70 लोग शामिल रहे। इस दौरान कंजर्वेशन आर्कियोलॉजिस्ट पूजा सक्सेना ने बड़ा तालाब, कमलापति महल, गौहर महल, शौकत महल, सदर मंजिल के निर्माता पूर्व नवाबों एवं बेगमों की जानकारी दी और गई रोचक तथ्यों से अवगत कराया। सिटी वॉक का आयोजन मप्र टूरिज्म बोर्ड की ओर से एवं बीटीपीसी के सहयोग से किया जा रहा है।
अपना इतिहास बताती हैं ये इमारतें
इस दौरान मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह ने कहा कि आते जाते इन इमारतों को देखना और इनके अंदर आकर इतिहास जानने में फर्क है। उन्होंने इनकी कारीगरी को देखकर कहा कि इनसे अद्भुद कला के प्रदर्शन की झलक दिखती है। ये इमारतें खुद ही अपना इतिहास भी बयां करती हैं और उस समय के शासकों के रहन सहन और कार्यप्रणाली को इन्हें देखकर समझा जा सकता है। उन्हें ये जानकर हैरत हुई कि इकबाल मैदान में अंडरग्राउंड लाइब्रेरी भी है, जो काफी ऐतिहासिक है। इसमें नवाबकालिन कई किताबें भी हैं। उन्हें गौहर महल की स्थापथ्य कला को भी समझा।