पुलिस अधीक्षकों को लिखे पत्र में आईपीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष यादव ने कहा कि यह समय मैदान में तैनात अमले का उत्साह बनाए रखने का है। फील्ड में जो लोग काम कर रहे हैं उन्हें प्रोत्साहित करते रहें, उनकी जरूरतों और कल्याण पर ध्यान दें। उससे व्यक्तिगत बात करें और उनके परिवार का हाल-चाल जानें। उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि पुलिस कप्तान होने के कारण हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि हम अपने फोर्स का मनोबल बढ़ाएं और उनकी सुरक्षा का ध्यान रखें। उनकी सुरक्षा के उपाय करें। उन्हें यह बताएं कि वे अपने परिवार के साथ भी सुरक्षा प्रोटोकॉल का ध्यान रखें। पुलिस कर्मचारियों को सिर्फ संदेश नहीं भेजें बल्कि उनसे व्यक्तिगत भी चर्चा करें। एसोसिएशन के अध्यक्ष यादव ने खासतौर पर युवा आईपीएस अफसरों से अपील की है कि वे मैदान में मोर्चा संभाले और अमले को नेतृत्व प्रदान करें।
पुलिस अपफसरों की बढ़ी जिम्मेदारी —
आईपीएस एसोसिएशन द्वारा पत्र लिखे जाने के पहले पीएचक्यू भी राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों, बटालियन के सेनानियों सहित अन्य जिम्मेदार अफसरों को पत्र लिखकर चुका है। इसमें उनकी हौसलाअपफजाई के साथ उनके जिम्मेदारी और बढ़ा दी। इसमेेंं कहा गया है कि वे अपने जिले के नोडल अधिकारियों से संपर्क कर इन अधिकारी-कर्मचारियों के परिजनों की आवश्यकताओं की पूर्ति करें। इसमें उन्हें मूलभूत सुविधा जैसे किराना सामग्री, फल, सब्जी, दूध इत्यादि का विशेष ध्यान रखा जाए।
आईपीएस एसोसिएशन द्वारा पत्र लिखे जाने के पहले पीएचक्यू भी राज्य के सभी पुलिस अधीक्षकों, बटालियन के सेनानियों सहित अन्य जिम्मेदार अफसरों को पत्र लिखकर चुका है। इसमें उनकी हौसलाअपफजाई के साथ उनके जिम्मेदारी और बढ़ा दी। इसमेेंं कहा गया है कि वे अपने जिले के नोडल अधिकारियों से संपर्क कर इन अधिकारी-कर्मचारियों के परिजनों की आवश्यकताओं की पूर्ति करें। इसमें उन्हें मूलभूत सुविधा जैसे किराना सामग्री, फल, सब्जी, दूध इत्यादि का विशेष ध्यान रखा जाए।