बुजुर्गो की सेवा के साथ दें सम्मान माता पिता और अपने बुजुर्गों से किस तरह का बर्ताव करना चाहिए इस बारे में जानकारी दी गई। सीहोर की बुशरा साहिबा ने कहा कि हर एक मां को चाहिए कि वो अपने बच्चों को तालीम दे कि वो अपने दादा-दादी, नाना-नानी और यहां तक कि पड़ोस में रहने वाले बुज़ुर्गों के साथ अच्छा बर्ताव करें। अस्मा फलाही साहिबा ने अपनी तकऱीर क़ुरआन को पढऩे के साथ समझों और उन बातों पर अमल करों। उन्होंने बताया कि क़ुरआन में दुआ सिखाई गई है – ए हमारे मालिक, मेरे माता पिता पर रहम फऱमा जिस तरह से उन्होंने मुझे पाला पोसा, मेरी देखभाल की, मेरी मदद की। जमाअत ए इस्लामी मध्यप्रदेश की महिला विंग की अध्यक्ष माहनाज़ साहिबा ने बताया कि मुस्लिम बंदे को चाहिए कि वो ईश्वर से अपना ताल्लुक मज़बूत करें। इंदौर से सम्मेलन में पहुंची माहरुख साहिबा ने कहा कि ईश्वर इस बात को पसंद करता है कि उसके रास्ते में क़ुरबानी दी जाए।