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जेल की सुरक्षा सख्त,लेकिन कॉलोनियों में अनदेखी, गार्डो के पास आईकार्ड तक नहीं

locationभोपालPublished: Mar 03, 2022 09:38:29 pm

सिमी आंतकियों में छह को फांसी की सजा सुनाए जाने के साथ जेल का आंतरिक व बाहरी व्यवस्था में बढ़ाई सख्ती।

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जेल की सुरक्षा सख्त,लेकिन कॉलोनियों में अनदेखी, गार्डो के पास आईकार्ड तक नहीं

भोपाल। अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट केस में गुजरात की अदालत के फैसले के बाद भोपाल सेंट्रल जेल की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए नये सिरे से विचार किया जा रहा है। सिमी आतंकी और अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के मास्टरमाइंड सफदर नागौरी सहित अन्य दोषी भोपाल सेंट्रल जेल में बंद हैं। गुजरात की एक अदालत ने यहां बंद 10 कैदियों में से तीन को बरी कर 6 को फांसी की सजा और 1 को मौत तक उम्रकैद की सजा सुनायी है। अदालत के फैसले के बाद इन आतंकियों की सुरक्षा को लेकर सरकार की चिंता ही नहीं बड़ी है, बल्कि सोमवार को प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में हाई लेवल मीटिंग ली गई। किसी भी क्षेत्र में होने वाले प्रायोजित घटना की जानकारी के लिए सीसीटीवी कैमरे व प्राइवेट सुरक्षा की मदद मिल की पत्थर साबित होती है, जबकि मामले की गंभीरता तो समझते हुए पुलिस व प्रशासन की संख्ती के बाद जेल से लगे रहवासी व व्यवसायिक क्षेत्र की पड़ताल की तो सामने आया कि यहां का सुरक्षा अमला अपडेट ही नहीं था। कई के पास इमरजेंसी नम्बर आई कार्ड तो दूर चल रही सख्ती की जानकारी तक नहीं थी। करीब चार जेल से भागे कैदियों की बाद व उनके एनकाउंटर की जानकारी उन्हे थी। वह बताते है कि आईटी पार्क व तालाब से लगी पगडंडी से निकलते हुए कैदी आचारपुरा की पहाड़ी तक पहुंच गए थे। जेल के सामने की उस पगडंडी का निरीक्षण किया तो वहां अब भी सन्नाटा रहता है। जेल के कैदियों को उस हिस्से में बागवानी के लिए जरूर ले जाया जाता है।
-बैठक में यह हुआ तय
सोमवार की बैठक में तय हुआ कि जेल में हॉटलाइन लगायी जाए, जो सीधे नजदीकी थाने में कनेक्ट रहेगी. जेल के बाहर की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी भोपाल कमिश्नर को दी गई है. पुलिस यहां लगातार गश्त करेगी। अंडा सेल के लिए एक वॉच टावर बनाया जाएगा, ताकि आतंकी डायरेक्ट निगरानी में रहें। जेल के चारों तरफ इलेक्ट्रिक फेंसिंग लगायी जा रही है। यहां एसएफ की चार सोलह की गार्ड तैनात की जाएगी। जेल कर्मियों के पुराने वायरलेस सेट बदले जाएंगे। भोपाल सेंट्रल जेल में नागौरी सहित सिमी के करीब 24 आतंकी बंद हैं।
जेल के बाहर गश्त
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंत्रालय में जेल और पुलिस विभाग के अधिकारियों की हाई लेवल बैठक ली। इस बैठक में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए गए। जेल एडीजी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई। यह कमेटी हर रोज सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग करेगी। इसके अलावा अंडा सेल की निगरानी पर भी जोर दिया गया. जेल कर्मियों को भी सुरक्षा के लिहाज से हाईटेक किया जा रहा है. स्थानीय पुलिस जेल के बाहर लगातार गश्त करेगी।
-भोपाल जेल में नागौरी सहित सिमी के करीब 24 आतंकी बंद हैं।
अभी भोपाल की जेल में सिमी के 24 आतंकी बंद हैं। इनमें से बम ब्लास्ट मामले में फांसी की सजा पाए सिमी के 6 आतंकी भी शामिल हैं। जिसमें ब्लास्ट का मास्टरमाइंड सफदर नागौरी भी इसी जेल में बंद है। भोपाल सेंट्रल जेल के अधीक्षक दिनेश नरगावे ने बताया कि सेंट्रल जेल में 5 साल पहले नागौरी को शिफ्ट किया गया था। सफदर नागौरी के साथ जेल में बंद शिवली, शादुली, आमिल परवेज, कमरुद्दीन नागौरी, हाफिज को भी फांसी की सजा मिली है. जबकि जेल में बंद सातवें आतंकी अंसाब को मरते दम तक जेल में रहने की सजा अदालत ने सुनायी है। तीन कैदी डॉक्टर अहमद मिर्जा बेग, यासीन और कामरान को बरी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सिमी के आतंकियों को हाई सिक्यूरिटी सेल में रखा गया है। नागौरी जेल की सख्ती की वजह से दूसरी जेल में शिफ्ट करने के लिए कोर्ट में पिटीशन भी लगा चुका है।
-सुरक्षा गार्डो का कहना
हादसे के समय १०० नम्बर के अलावा इमरजेंसी में किसी फोन किया जाएं, वह नम्बर सूची भी नहीं हमारे पास। सिक्युरिटी गार्ड के रूप में आईकार्ड भी हमारा नहीं बना है। अभी तक कोई पूछने नहीं आया है। जेल के सामने से नयापुरा गांव से होते हुए गोकुलधाम से होते हुए आईटी पार्क में जाने वाली ८० फीट सडक़ पर लाइट ही नहीं रहती है।
-राकेश यादव, सिक्युरिटी गार्ड गोकुलधाम
-करीब ११२ एकड़ में आईटी पार्क में अभी कुछ ही फैक्ट्रिया आई है। ११२ एकड़ में फैले क्षेत्र में सन्नाटा रहता है। गेट तो हम आने-जाने वालों को चेक करते है। वैसे अंदर आने के यहां कई रास्ते है। आईकार्ड हमारे पास है, नाम थोड़ा मिट गया है। इमरजेसी में डॉयल१०० के अलावा गांधी नगर थाने का नम्बर दिया है।
राकेश अहिरवार, सुरक्षा गार्ड, आईटी पार्क
-छह दिन पहले गांधी नगर से पुलिस द्वाराघाम की सुरक्षा इंतजाम व व्यवस्था की जानकारी के लिए आई थी। हमने एक पेज की पूरी जानकारी कॉलोनी के दे दी थी। इमरजेंसी में पुलिस ने नम्बर दिए थे। आईकार्ड अभी हमारे पास नहीं है।
-उदयचंद, सिक्युरिटी इंचार्ज, द्वारकाधाम कॉलोनी
इनका कहना
-सेंट्रल जेल के अंदर व बाहर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के निर्देश दिए गए है। सभी इंतजामों की लगातार समीक्षा की जा रही है।
मकरंद देउसकर, पुलिस कमिश्नर, भोपाल

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