संभावना, पर गुणों की उपिस्थति जरूरी इस मौके पर अपने आशीष वचन में आचार्य विजयमुक्ति प्रभुसूरि ने कहा कि हमारी आत्मा में परमात्मा बनने की पूर्ण संभावना है, परंतु अपनी आत्मा में जब तक तनिक मात्र भी दोष हैं और गुणों की अनुपस्थिति है तो आत्मा परमात्मा नहीं बन पाएगी। मोक्ष पथ पर आगे बढ़ने का सीधा सरल मार्ग है , आत्मा में अप्रकट रूप से जितने भी गुण है उन सभी का प्रकटीकरण करें और जितने भी दोष है उनका विलीनीकरण करो। प्रवचन के बाद संघ महावीर गिरी तीर्थ पहुंचे यहां भगवान महावीर के दर्शन और पूजा अर्चना की गई। गुरुवार को सुबह 8 बजे से महावीर गिरि तीर्थ में मंगल अभिषेक और आशीषवचन होंगे।
इधर- जैन मुनियों का अशोका गार्डन में प्रवेश इधर अशोका गार्डन जैन मंदिर में जैन मुनि आराध्य सागर महाराज, मुनि साध्य सागर महाराज का अशोका गार्डन में प्रवेश हुआ। इस दौरान समाज के लोगों ने जैन मुनियों की अगवानी की। श्रावकों ने घरों के सामने जैन मुनियों का पाद प्रक्षालन किया। घरों के समक्ष रंगोली सजाई गई थी। जैन समाज के लोग जयघोष लगाते हुए चल रहे थे, वहीं महिला मंडल, बालिका मंडल और पाठशाला परिवार के सदस्य अपनी वेशभूषा में चल रहे थे। प्रवक्ता अंकित जैन ने बताया कि परिहार चौराहे से शोभायात्रा के रूप में मुनि जैन मंदिर पहुंचे। इसके बाद मंदिर प्रांगण में प्रवचन हुए। इस मोके पर सुनील जैन, गौरव जैन, पवन मिलन सहित अनेक लोग उपिस्थत थे।