हालांकि मप्र सरकार ने 2024 तक सभी ग्रामीण घरों में नल कनेक्शन का लक्ष्य रखा है। लक्ष्य पाने सरकार को दस हजार से ज्यादा नल कनेक्शन रोज करने होंगे। जल जीवन मिशन की शुरुआत 2019 में हुई थी। दो वर्ष में मप्र के 47 लाख घरों में ही नल कनेक्शन हो पाए है। 74 लाख से ज्यादा घरों में कनेक्शन देना शेष है। जल जीवन मिशन पोर्टल के अनुसार उत्तरप्रदेश झारखंड और छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और राजस्थान काफी पीछे हैं।
यह भी पढ़ेंः दो दिन में कई गांव में बन गए सैंकड़ो लोग गरीब, बीपीएल में नाम हुए दर
इन राज्यों में 25 फीसदी से कम कनेक्शन हो पाए हैं। मप्र सहित 11 राज्यों में 50 फीसदी से कम घरों में कनेक्शन हो पाए हैं। मप्र को 1.22 करोड़ घरों में नल कनेक्शन करने हैं। सरकार का मानना है कि 2024 तक सभी घरों में नल कनेक्शन के जरिए पानी पहुंचा दिया जाएगा। कोरोना के चलते कलेक्शन का काम कुछ पिछड़ गया है।
यह भी पढ़ेंः आंखों पर पटटी बांधकर यहां खेलते हैं फुटबॉल, सात नेशनल खेल चुकी है टीम
पंजाब सहित पांच राज्यों में 75 फीसदी नल कनेक्शन और पानी सप्लाई के नेटवर्क को तैयार कर लिया गया है। इन प्रदेश में अगले एक साल में सौ फीसदी लक्ष्य पूरा हो जाएगा। मप्र में सभी संभागों में नल कनेक्शन और नेटवर्क तैयार करने टेंडर जारी हो गए हैं। एजेंसियों को डेढ़ से दो वर्ष के अंवर काम पूरा करने का समय दिया गया है।