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जननी एक्सप्रेस के वेंडर्स को गलत तरीके से किया भुगतान, 73 लाख वसूली निकाल जारी किया नोटिस

locationभोपालPublished: Nov 16, 2019 01:25:07 pm

नियम विरूद्ध सर्विस टैक्स जोडकर कर दिया भुगतान, जूडा का सीएम को पत्र लिखकर बताई लीनियर एक्सीलरेटर की कमी

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भोपाल। जननी एक्सप्रेस में वेंडर्स को किए गए तलत तरीके से भुगतान के मामले में क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवायें भोपाल में पदस्थ उप संचालक डा. सुधीर जैसानी को स्वास्थ्य आयुक्त छवि भारद्वाज की तरफ से नोटिस जारी किया है। वे अप्रैल 2015 से जून 2016 तक रीवा में सीएमएचओ के पद पर थे। इसी दौरान जननी एक्सप्रेस वाहनों के प्रभारियों और नोडल ऑफीसर से लॉग बुक और बिल सत्यापन कराये बिना वेंडर्स को 73 लाख का भुगतान गलत किया गया था। जो जांच में बलत तरीके से किया गया पाया है। एनएचएम की तरफ से इसके लिए एक जांच कमेटी भी गठित की गई थी। डॉ.जैसानी को 15 दिनों में जवाब प्रस्तुत करना है।

स्वास्थ्य आयुक्त छवि भारद्वाज की तरफ से जारी किए नोटिस में डॉ.सुधीर जैसानी से पूछा गया है कि जब नोडल अधिकारी से सत्यापन कराए बिना भुगतान नहीं किया जा सकता तो ये भुगतान क्यों किया गया। इस कारण विास्तविक हितग्राहियों की संख्या पता नहीं चल सकी।

नियम विरूद्ध सर्विस टैक्स जोडकर कर दिया भुगतान

जेएसएसके सॉफ्टवेयर की रिपोर्ट के अनुसार औसत पिक-अप 3.8 से कम होने के बावजूद 36 लाख 3 हजार 835 रूपये का भुगतान किया गया। जननी वाहनों के संचालनकर्ता वेंडर्स के बिलों में सर्विस टैक्स जोडकर 37 लाख 61 हजार 771 रूपये का भुगतान किया गया। जबकि आरएफपी की शर्तों में भारत सरकार के वित्त विभाग के नोटिफिकेशन के अनुसार स्पष्ट उल्लेख है कि इसमें सेवाकर का भुगतान नहीं करना है। इसके बावजूद गलत तरीके से 73 लाख 73 हजार 606 रूपये का भुगतान कर दिया गया।

जूडा का सीएम को पत्र लिखकर बताई लीनियर एक्सीलरेटर की कमी

राजधानी सहित प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेज में प्रति हजार मरीजों पर 80 लोग केंसर की बीमारी से जूझ रहे हैं। जीएमसी में ही 35 साल पुरानी कोबाल्ट मशीन से मरीजों की सिकाई की जा रही थी, लेकिन मशीन के पार्ट और सोर्स न मिलने की वजह से मशीन बंद पड़ी है। इस वजह से न केंसर के मरीजों को इलाज मिल पा रहा है और न ही रेडियोथैरेपी के छात्रों की पढाई हो पा रही है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के आयुक्त और पीएस को कई बार पत्र लिखने के बाद अब जूनियर डॉक्टर्स एसोशिएसन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा है। जूडा के प्रदेश अध्यक्ष सचेत सक्सेना ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को लिखे पत्र में कमला नेहरू अस्पताल के बेसमेंट में बने बंकर में ही लीनियर एक्सीलरेटर लगवाने का अनुरोध किया है।

डा. सचेत के अनुसार ऐसा करने से बंकर बनाने में खर्च होने वाले 6 करोड़ रुपये बचाये जा सकते हैं। अधिकारी पीपीपी मोड पर लीनियर एक्सीलरेटर लगाने की बात कह रहे हैं। इसमें ऑटोनॉमस बजट से पैसा खर्च किया जायेगा। जीएमसी में रेडियोथैरेपी की चार सीटें हैं। इसके अभी इस विभाग के छात्र बिना प्रेक्टिकल के अपनी पढाई कर रहे हैं। इसके लिए सिकाई की मशीन होना बहुत जरूरी है। यदि ऐसे में एमसीआई का निरीक्षण हुआ तो रेडियोथैरेपी की मान्यता रद्द हो सकती है।

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