संजय यादव ने प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया से मिलकर कहा है कि प्रदेश अध्यक्ष हमें बनाओ। दरअसल, प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर जैसे ही सुगबुगाहट तेज हुई, उसके बाद प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने मंगलवार को पीसीसी में नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस दौरान कांग्रेस विधायक संजय यादव भी वहां पहुंचें। उन्होंने बाबरिया के समक्ष कांग्रेस अध्यक्ष की दावेदारी जताई और बोले कि हमें कब तक बच्चा समझा जाएगा।
हम संभाल सकते हैं प्रदेश की कमान
संजय यादव ने बाबरिया से कहा कि हम भी प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाल सकते हैं। बारगी विधायक ने कहा कि हम भी वर्षों से संगठन के लिए काम कर रहे हैं। जब भाजपा में वीडी शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है तो कांग्रेस में सड़क पर लड़ाई लड़ने वाले युवा नेताओं को क्यों मौका नहीं दिया जा सकता। संजय ने उदाहरण देते हुए कहा कि जबलपुर में एबीवीपी की राजनीति करते थे तो वे नगर युवा कांग्रेस अध्यक्ष और पार्षद थे और शर्मा के खिलाफ उन्होंने राजनीतिक आंदोलन किए थे।
संजय यादव ने बाबरिया से कहा कि हम भी प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाल सकते हैं। बारगी विधायक ने कहा कि हम भी वर्षों से संगठन के लिए काम कर रहे हैं। जब भाजपा में वीडी शर्मा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है तो कांग्रेस में सड़क पर लड़ाई लड़ने वाले युवा नेताओं को क्यों मौका नहीं दिया जा सकता। संजय ने उदाहरण देते हुए कहा कि जबलपुर में एबीवीपी की राजनीति करते थे तो वे नगर युवा कांग्रेस अध्यक्ष और पार्षद थे और शर्मा के खिलाफ उन्होंने राजनीतिक आंदोलन किए थे।
फेसबुक पर भी लिखा पोस्ट
विधायक संजय यादव ने मंगलवार को पहले तो दीपक बाबरिया से मुलाकात की। उसके बाद बुधवार को फेसबुक पर पोस्ट लिखा। जिसमें उन्होंने लिखा कि जब भाजपा में एक सामान्य कार्यकर्ता और सांसद को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है तो कांग्रेस में क्यों नहीं…? जबकि मुझे 30 साल संगठन में कार्य करने का अनुभव है। मुझमे सांगठनिक छमता है तो मुझे अध्यक्ष क्यों नहीं…?
विधायक संजय यादव ने मंगलवार को पहले तो दीपक बाबरिया से मुलाकात की। उसके बाद बुधवार को फेसबुक पर पोस्ट लिखा। जिसमें उन्होंने लिखा कि जब भाजपा में एक सामान्य कार्यकर्ता और सांसद को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है तो कांग्रेस में क्यों नहीं…? जबकि मुझे 30 साल संगठन में कार्य करने का अनुभव है। मुझमे सांगठनिक छमता है तो मुझे अध्यक्ष क्यों नहीं…?
गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति की अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन अभी तक पार्टी इस बारे में अंतिम फैसला नहीं कर पाई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की दौड़ में कई नामों की चर्चा है। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा ज्योतिरादित्य सिंधिया की है। इसके अलावे दावेदारों में अजय सिंह, बाला बच्चन, उमंग सिंघार के नाम की भी चर्चा है। लेकिन अंतिम फैसला तो सोनिया गांधी लेंगी।