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बॉडी क्लॉक बिगड़ने से आपको हो सकती है ये भयंकर बीमारी, जानिए बचने के उपाय

locationभोपालPublished: Dec 18, 2017 06:48:24 pm

Submitted by:

Ashtha Awasthi

‘जेट लैग’ नए वातावरण या नए टाइम जोन में जाने से बायोलॉजिकल बॉडी क्लॉक बिगड़ जाने का परिणाम है।

Jet lag

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भोपाल। प्रदेश के जिला अस्पतालों में कैंसर मरीजों के इलाज के लिए एक नया मॉडल अपनाया गया है। इसके तहत अलग से कैंसर अस्पताल न बनवाकर, सभी जिला अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था की गई है। इसमें विशेषज्ञ या स्टाफ की व्यवस्था किए बिना ही कैंसर मरीजों को उनके जिले में ही इलाज दिया जा रहा है। राजधानी के युवा ओरल कैंसर के शिकार हो रहे है। इसका सबसे बड़ा कारण तंबाकू की लत है। हालांकि उनमें से कुछ भाग्यशाली रहे जिन्हें शुरुआती स्टेज में ही कैंसर का पता चल गया पर सभी मरीज लकी नहीं होते। कैंसर के इलाज के लिए प्रदेश में भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर जैसे शहरों में ही अस्पताल हैं। इस नए मॉडल से मरीजों को उनके ही जिले में इलाज की सुविधा मिल जाती है।

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कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है जेट लैग

अगर आप लगातार यात्रा करते रहना पसंद करते हैं तो यह आपके लिए खतरे का संकेत है। लगातार यात्रा करना जेट लैग का कारण बन सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि यह हमारे ‘बॉडी क्लॉक’ को गड़बड़ करता है। इससे शरीर में ट्यूमर बनने की आशंका रहती है। डेली मेल में प्रकाशित शोध के निष्कर्षो से पता चला है कि लोगों के आंतरिक बॉडी क्लॉक का उन कोशिकाओं के तेजी से बनने की प्रक्रिया पर काफी असर पड़ता है, जिनमें कैंसर को रोकने की क्षमता होती है।

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बर्लिन की चैरिटे मेडिकल यूनिवर्सिटी के मुख्य लेखक एंजेला रीलोगियो ने कहा कि, ‘हमारी आंतरिक घड़ी बाहरी प्रकाश और अंधकार के साथ तालमेल बनाते हुए चलती है और लोगों के व्यवहार व गतिविधि के स्तरों को प्रेरित करती है।’ रीलोगियो ने कहा, ‘हमारे परिणामों के आधार पर ऐसा लगता है कि क्लॉक में एक ट्यूमर शमनकर्ता के रूप में कार्य करता है।’ अध्ययन के लिए टीम ने आरएएस नामक एक प्रोटीन का विश्लेषण किया, जो चूहों में लगभग एक चौथाई कैंसर वाली कोशिकाओं में सक्रिय है। आरएएस जो शरीर में कोशिकाओं के तेजी से बहुगुणित होने को नियंत्रित करता है और वह लोगों के आंतरिक बॉडी क्लॉक को भी प्रभावित करता है।

जेट लैग से बचने के उपाय

– जेट लैग से छुटकारा पाने के लिए अपने सोने के वक्त पर ही सोएं। कम समय के लिए नींद की दवा भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
– खूब पानी पिएं और कोल्ड ड्रिंक भी पी सकते हैं।

– लंबे सफर पर जाएं, तो उस जगह का मौसम पता कर उसके मुताबिक अपने आप को ढालने की कोशिश करें।

– यात्रा अगर छोटी हो, तो प्रतिदिन होने वाली दिनचर्या ही अपनाएं।
– ताजी हवा में घूमने से आपको फायदा हो सकता है।

– पसंदीदा किताब, पत्रिका या संगीत सुनें।

 

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