21 अक्टूबर को होगा चुनाव
बता दें, चुनाव आयोग ने झाबुआ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख घोषित कर दी है। यहां 21 अक्टूबर को मतदान और 24 को मतगणना होगी। आयोग ने झाबुआ और आलीराजपुर जिले में चुनाव आचार संहिता लागू कर दी है। चुनाव के लिए नामांकन पत्र 23 से 30 सितंबर तक भरे जाएंगे। 1 अक्टूबर को नामांकन पत्र की स्कू्रटनी और 3 को नामांकन पत्र वापस लेने की आखिरी तारीख तय की गई है। झाबुआ सीट में 2.77 लाख से अधिक मतदाता मताधिकारों का प्रयोग करेंगे। यहां 356 मतदान केन्द्र बनाए हैं, जिसमें 322 झाबुआ में और 34 आलीराजपुर जिले में बनाए गए हैं।
मुकाबला कांतिलाल भूरिया बनाम भानु भूरिया में
पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया झाबुआ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार होंगे। सीएम कमलनाथ सोमवार को भूरिया का नामांकन भरवाने झाबुआ जाएंगे। इस उपचुनाव के लिए भूरिया के अलावा जेवियर मेड़ा भी टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। सूत्रों के मुताबिक, जेवियर मेड़ा को सरकार किसी बड़े निगम मंडल का अध्यक्ष बनाकर संतुष्ट करेगी। वहीं भाजपा ने युवा आदिवासी नेता भानु भूरिया को उम्मीदवार घोषित किया है। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने भानु के नाम पर मुहर लगा दी है।
भानु भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष हैं। कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया के सामने भाजपा युवा और निर्विवाद चेहरे को प्रत्याशी बनाना चाहती थी, इसलिए पार्टी ने पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल की दावेदारी को खारिज करते हुए भानु को उम्मीदवार घोषित किया है। शांतिलाल की दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी, लेकिन अंतिम समय में उनका नाम विवादों में आ गया। भानु के पिता बालु भूरिया लंबे समय तक कांग्रेस के सदस्य रहे हैं। यह दूसरा मौका है, जब भाजपा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता के मुकाबले में युवा मोर्चा के नेता को अपना उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने भाजपा ने युवा नेता विवेक बंटी साहू को मैदान में उतारा था।