भोपाल : कोरोना की तीसरी लहर के बच्चों पर प्रभाव की आशंका ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। पुलिस मुख्यालय परिसर के एक नंबर गेट के पास झूलाघर खोला जा रहा है। ताकि नौकरी के दौरान पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों के छोटे बच्चों का बेहतर खयाल रखा जा सके। इस झूलाघर में छह माह से छह साल तक के बच्चों को रखा जाएगा। झूलाघर का समय सुबह 9 बजे से शाम छह बजे तक रहेगा। झूलाघर का मासिक शुल्क समयानुसार 800 रुपए से 1000 रुपए तक रहेगा। बच्चों को झूलाघर लाने-ले जाने की जिम्मेदारी अभिभावकों की ही होगी। सभी इकाइयों को इस संबंध में सूचना भेज दी गई है। जो पुलिस अधिकारी-कर्मचारी इसका लाभ उठाना चाहते हैं वे एक प्रोफार्मा भरकर अपनी सहमति देंगे। जल्द ही इस झूलाघर की शुरुवात हो जाएगी।
झूलाघर में रहेंगी ये सुविधाएं : – यहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। – माता या पिता में से ही किसी को झूलाघर में प्रवेश मिलेगा। – बच्चों को होमवर्क कराने के लिए शिक्षक की सुविधा। – पेयजल के लिए आरओ सिस्टम रहेगा। – बच्चों को सोने के लिए बेड का इंतजाम। – बच्चों का सामान रखने के लिए अलग-अलग लॉकर। – माताओं के लिए नर्सिंग स्टेशन। – बच्चों का मासिक स्वास्थ्य परीक्षण। – परिचय पत्र की व्यवस्था।