ब्रेक और एक्स्लीरेशन टेस्ट हुआ प्रतियोगिता के तीसरे दिन इलेक्ट्रिक वाहनों का ब्रेक और एक्स्लीरेशन टेस्ट हुआ। इसमें वाहनों की टॉप स्पीड चेक की गई और ब्रेक की वर्किंग को देखा गया। स्किड पेड के तहत अंक 8 की आकृति बनाकर वाहनों को चलवाया गया। यह देखा गया कि वह कितने कम समय में इस आकृति को कवर करते हैं। ऑटोक्रॉस के तहत जिग-जेग रोड, शार्पटर्न एवं ड्रिफ्ट टर्न पर वाहनों को चालकों द्वारा चलाया गया। इसमें वाहनों की स्टेरिंग की कैपेसिटी देखी गई।
चालकों को मिला ब्लाइंड टारगेट
इस प्रतियोगिता में नए एक्सपेरिमेंट से वाहन चालकों को ब्लाइंड टारगेट दिया गया। जिसमें उन्हें बिना पीछे देखे रेयर व्यू-मिरर में देखकर गाड़ी पीछे बनाए गए टारगेट तक चलाना थी। इसमें चालकों को उनके टीम मेम्बर निर्देश देकर मदद कर रहे थे। इसके तहत टीम के कॉर्डिनेटर का परीक्षण किया गया। ड्रैग रेस के तहत सड़क पर निश्चित अन्तराल के साथ वाहनों की रेस कराई गई। यह नाक-आउट राउंड था। इस प्रकार प्रतियोगिता के अंतिम चरण में वाहनों ने प्रवेश किया।