रामेश्वर गुर्जर के ट्रायल के समय प्रदेश के खेल मंत्री जीतू पटवारी भी टीटी नगर स्टेडियम में मौजूद थे। रामेश्वर के ट्रायल का आयोजन खेल मंत्री जीतू पटवारी के कहने के बाद ही हुआ था। इस दौरान खेल मंत्री खुद मैदान में मौजूद थे और उन्होंने रामेश्ववर को दोड़ते हुए भी देखा। हालांकि रामेश्वर बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सके। कहा जा रहा है कि रामेश्वर पहली बार ट्रैक में दोड़े हैं जिस कारण से वो नर्वस थे। ट्रायल के बाद उन्होंने कहा कि, रामेश्वर पहली बार इस तरह के माहौल में दौड़ा है। भले ही वो ट्रायल में आखिरी स्थान पर रहा हो, लेकिन हम उसे मध्य प्रदेश एथलेटिक्स एकेडमी में अगले एक महीने तक ट्रेनिंग देंगे। इसके बाद फिर से उसका ट्रायल लिया जाएगा।
खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा- रामेश्वर गुर्जर को एक महीने तक खेल एकादमी में रखा जाएगा और उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा उसके बाद रामेश्वर का एक बार फिर से ट्रायल होगा। जीतू पटवारी ने कहा- रामेश्वर पहली बार ट्रैक पर दौड़े हैं वो सकता है वो दबाव के कारण ऐसा नहीं कर पाएं हों। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में आने आने वाले समय में प्रदेश की होनहार प्रतिभाओं के भविष्य को सुधारने का काम किया जाएगा।
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के रहने वाले धावक रामेश्वर गुर्जर का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इस वीडियो में धावक रामेश्वर गुर्जर नंगे पैर दौड़ रहे थे। नंगे पैर दौड़ने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया था। सोशल मीडिया में वायरल इस वीडियो को मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया तो देश के खेल मंत्री किरण रिजिजू ने इस धावक को एथलेटिक अकादमी में रखने की बात कही थी।
शिवपुरी जिले के रामेश्वर गुर्जर ने 10 वीं कक्षा तक पढ़ाई की है। इसके परिवार में माता-पिता और पांच भाई-बहन हैं। पूरा परिवार खेती-किसानी करता है। रामेश्वर ने परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण आगे पढ़ाई नहीं की। रामेश्वर गुर्जर ने कहा था- उसे एक मौका भर मिल जाये, तो किसी भी रेस में प्रदेश और देश का नाम जरूर रोशन करेगा। सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद की राज्य और केन्द्र सरकार के खेल मंत्री ने रामेश्वर की प्रतिभा निखारने की बात कही थी।