भ्रष्टाचार का मामला उच्च अधिकारियों के पास आने के बाद विभाग ने 11 फरवरी २०22 को रामसेवक हलवाई, विकासचंद मिश्रा, संदीप उरैती और सचिव रामकिशोर शर्मा के निलंबन और वसूली आदेश के विरुद्ध जवाब प्रस्तुत करने का नोटिस दिया। फर्जी तरीके से हुई भर्ती की पूरी प्रक्रिया को उपसचिव हर्षल पंचोली ने निरस्त कर दिया। शहडोल के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के संयुक्त संचालक आरपी सोनी को विभाग के अपर आयुक्त ने 20 जुलाई 2022 को उप-सचिव से जारी सभी आदेश 15 जुलाई 2022 के पक्ष में उच्च न्यायालय जबलपुर में कैविएट लगाने का आदेश जारी किया।
सीएमओ की कार्रवाई: इसके बाद सीएमओ ने 22 जुलाई को भर्ती और संविलियन के लोगों को बर्खास्त कर दिया। मामले में आरपी सोनी ने हाईकोर्ट में 5 दिन बाद 25 जुलाई 2022 को कैविएट दायर की। इससे सभी लोगों को उच्च न्यायालय से स्थगन मिल गया। सूत्रों के अनुसार, सोनी ने कैविएट में देरी इसलिए की, क्योंकि नियुक्ति पाने वालों में उनका भतीजा भी शामिल है।
सीधी बात: भरत यादव, आयुक्त नगरीय प्रशासन विभाग
सवाल: फर्जी भर्ती और संविलियन के मामले में विभाग क्या कर रहा है?
जवाब— इस भर्ती प्रक्रिया को विभाग ने निरस्त कर दिया है। जो लोग भी इसमें शामिल हैं, उन्हें भी निलंबित किया है।
सवाल: इस मामले पर अभी किसी पर एफआइआर तो दर्ज हुई नहीं है।
जवाब— अभी प्रकरण दर्ज करवाया जाना है… एफआइआर के लिए हमने दे दिया होगा। आगे पुलिस का काम है।
सवाल- सोनी ने कैविएट लगाने में ५ दिन का समय जानबूझकर लगाया?
जवाब— हम कार्रवाई करवा रहे हैं। कैविएट लगाने में 5 दिन लगाए हैं तो मैं देखूंगा और जिम्मेदारी तय की जाएगी।
सवाल: फर्जी भर्ती और संविलियन के मामले में विभाग क्या कर रहा है?
जवाब— इस भर्ती प्रक्रिया को विभाग ने निरस्त कर दिया है। जो लोग भी इसमें शामिल हैं, उन्हें भी निलंबित किया है।
सवाल: इस मामले पर अभी किसी पर एफआइआर तो दर्ज हुई नहीं है।
जवाब— अभी प्रकरण दर्ज करवाया जाना है… एफआइआर के लिए हमने दे दिया होगा। आगे पुलिस का काम है।
सवाल- सोनी ने कैविएट लगाने में ५ दिन का समय जानबूझकर लगाया?
जवाब— हम कार्रवाई करवा रहे हैं। कैविएट लगाने में 5 दिन लगाए हैं तो मैं देखूंगा और जिम्मेदारी तय की जाएगी।