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थैले से निकल रही थी लाल लाइट, लोगों ने समझा बम है

locationभोपालPublished: Nov 04, 2018 01:10:22 am

Submitted by:

Ram kailash napit

बम स्क्वॉड टीम ने देखा तो निकला सड़क पर लगाने वाला रिफ्लेक्टर

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Bomb squad squad reached Jp Hospital on the information of the bomb being investigated.

भोपाल. राजधानी के जेपी हॉस्पिटल के पास उस दहशत फैल गई जब एक व्यक्ति ने डायल-100 के कंट्रोल रूम में फोन कर बताया कि हॉस्पिटल के पास एक थैले के अंदर बम रखा है, उसमें से लाल लाइटें जल रही हैं। हॉस्पिटल के पास बम की सूचना के बाद पुलिस महकमा हरकत में आया। एएसपी-सीएसपी बम स्क्वॉड टीम मौके पर पहुंच गई। बैग को खोलकर देखा तो उसमें सड़क पर लगाने वाला रिफ्लेक्टर निकला।

सीएसपी भूपेन्द्र सिह ने बताया कि शनिवार शाम करीब साढ़े 6 बजे किसी ने डायल-100 पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी कि जेपी हॉस्पिटल के पास एक बैग में बम है। बैग से लाल लाइट निकल रही है। ऐसा न हो कि बम फट जाए। डायल-100 कंट्रोल रूम की सूचना पर हबीबगंज थाना पुलिस और बम स्क्वॉड टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई। बम स्क्वाड टीम ने जब बैग को खोला तो उसमें रिफ्लेक्टर निकला। बताया गया है कि किसी ने उसे चोरी से सड़क किनारे से उखाड़ लिया और फिर थैली में रखकर सड़क किनारे फेंक दिया होगा। हालांकि, बम की इस सूचना के बाद पुलिस और बम स्क्वाड टीम की मॉकड्रिल भी हो गई।
हॉस्पिटल के पास बम की सूचना मिलते ही पुलिस और बम स्क्वॉड टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई थी, बैग की तलाशी ली गई। उसमें सड़क पर लगाने वाला रिफ्लेक्टर निकला। जो किसी ने सड़क से उखाड़ लिया होगा, काम की चीज न समझकर उसे फिर फेंक दिया होगा।
संजय साहू, एएसपी जोन-1
जेपी अस्पताल : बार-बार हुआ सर्वर डाउन, नहीं बने पर्चे मरीज हुए परेशान
जेपी अस्पताल में शनिवार को ई-अस्पताल पोर्टल का सर्वर डाउन हो गया। इसके चलते ओपीडी में करीब 400 मरीजों के पर्चे नहीं बन पाए। सर्वर डाउन होने के चलते जिन मरीजों के पर्चे नहीं बने। कुछ मरीजों के मैन्युअल पर्चे बनाए गए लेकिन ज्यादातर मरीजों को बिना इलाज लौटना पड़ा। गौरतलब है कि 15 अगस्त से जेपी अस्पताल को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ई-अस्पताल पोर्टल से जोड़ दिया गया है। यह दिल्ली एनआईसी से संचालित होता है। लेकिन अक्सर एनआईसी का सर्वर डाउन रहता है जिसका असर जेपी अस्पताल में भी होता है। शनिवार को भी सर्वर डाउन हो जाने के चलते दोपहर में पर्चे नहीं बन पाए। जेपी अस्पताल में रोजाना करीब 1800 से ज्यादा मरीजों की ओपीडी में इलाज के लिए पर्चे बनाए जाते हैं।

एक पर्चे के में लगा 15 मिनट
पहले ऑनलाइन पर्चा बनाने में एक मिनट का समय लगता है लेकिन ई-पोर्टल से जोडऩे पर अब एक पर्चे में तीन से चार मिनट लगते हैं। लेकिन शनिवार को सर्वर डाउन होने से मरीजों को एक पर्चा बनवाने के लिए 15 मिनट तक इंतजार करना पड़ा।
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