हबीबगंज थाना क्षेत्र के शिवाजी नजर स्थित जयप्रकाश नारायण अस्पताल में पदस्थ एचएल भूरिया ने आत्महत्या कर ली। वे अस्पताल के परिसर में ही स्थित क्वार्टर में रहते थे। 63 साल के डाक्टर भूरिया ने कुत्ते को बांधने वाली रस्सी से फांसी का फंदा बनाया और पंखे से लटक गए।
हबीबगंज पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उनके घर से किसी प्रकार का कोई सुसाइड नोट नहीं मिलने से फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि डाक्टर भूरिया ने कुत्ते की रस्सी से फंदा लगाने से पहले एक वायर से फंदा लगाने की कोशिश की थी। डा. भूरिया सागर जिले के रहने वाले हैं और जेपी अस्पताल की पैथॉलोजी में कार्यरत थे। वे सरकारी क्वार्टर में अकेले रहते थे। शनिवार को सुबह 7 बजे के आसपास जब घर में खाना बनाने के लिए एक युवक पहुंचा तो भूरिया फंदे पर लटके हुए दिखे। वो घबरा गया। इसके बाद पुलिस को खबर की गई।
सुबह सुबह पौने चार बजे तक थे आनलाइन
पुलिस के मुताबिक उनके मोबाइल की जांच की तो पता चला कि वे सुबह पौने चार बजे तक वाट्सअप पर ऑनलाइन थे। उन्होंने अपने विभाग के वाट्सअप ग्रुप पर मैसेज भी किया था। उन्होंने मैसेज में लिखा था कि खून का थक्का जम रहा है। हालांकि यह मैसेज किस-किस ने देखा है यह पता नहीं चल सका है।