इस लड़ाई में जूनियर डाक्टर्स ने सीनियर डॉक्टर्स को पीट दिया। वहीं आपसी विवाद के चलते ही जूनियर डाक्टर्स हड़ताल पर चले गए हैं। डॉक्टर्स के बीच लड़ाई की मुख्य वजह अब तक सामने नहीं आ सकी है। वहीं जूनियर डाक्टर्स की हड़ताल के चलते अस्पताल की व्यवस्था बिगड़ गई है।
वहीं जानकारों के अनुसार सामान्यत: अस्पताल में हड़ताल की मुख्य वजह मरीजों से बहस या सरकार से किसी मांग को लेकर होती है, लेकिन इस बार इसकी वजह आपसी विवाद बन गया। वहीं हमीदिया अस्पताल में जूडा व मरीज के बीच मारपीट की हर महीने एक-दो घटनाओं की सूचनाएं आती रहती हैं।
कब-कब हुई मारपीट ? 18 दिसंबर 2016- समय पर इलाज नहीं मिलने पर परिजनों ने आपत्ति की तो जूडा ने पिटाई कर दी। इसके बाद जूडा ने सुरक्षा की मांग को लेकर हड़ताल भी की थी।
25 दिसंबर 2016 -एक मरीज की मौत के बाद पिता ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया तो जूडा ने मारपीट की। 27 जनवरी 2017- दोस्त को इलाज नहीं मिलने पर कुछ युवकों ने हंगामा किया तो जूडा ने मारपीट की।
07 जनवरी 2017- एक मरीज ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की तो जूडा ने मारपीट की। पहले भी हो चुकीं हैं हड़ताल…
पूर्व में भी अपनी मांगों को लेकर हमीदिया के जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर जा चुके हैं, हड़ताल शुरू भी हुई लेकिन उस समय स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टर्स से बात करने का मन बनाया। लेकिन दोनों के बीच बातचीत कुछ जमी नहीं। जिसके चलते डॉक्टर्स हड़ताल पर दोबारा चले गए थे।
पूर्व में भी अपनी मांगों को लेकर हमीदिया के जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर जा चुके हैं, हड़ताल शुरू भी हुई लेकिन उस समय स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टर्स से बात करने का मन बनाया। लेकिन दोनों के बीच बातचीत कुछ जमी नहीं। जिसके चलते डॉक्टर्स हड़ताल पर दोबारा चले गए थे।