ओपीडी का बहिष्कार कर दिया
मप्र जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने सभी डॉक्टरों से ओपीडी में नहीं जाने को कहा था। जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जूडा) का कहना है कि सभी डॉक्टरों कों भी सुरक्षा मिलनी चाहिए। प्रदेश के ज्यादातर मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डॉक्टरों द्वारा हड़ताल की गई। जूनियर डॉक्टरों ने सुबह से ओपीडी का बहिष्कार कर दिया है।
मरीज हो रहे परेशान
राजधानी में इलाज के लिए अन्य जिलों से आए मरीजों का कहना है कि सुबह से इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा है। डॉक्टरों के हड़ताल के कारण सभी डॉक्टरों के पास मरीजों की भीड़ लगी हुई है,उसके बाद भी मरीजों को किसी की चिंता नहीें हैं।
ये है मामला
जानकारी के अनुसार कोलकाता के टेंगरा इलाके के 75 वर्षीय मोहम्मद सईद का दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल लाया गया। अस्पताल पहुंचते ही परिजनों के सामने मरीज को दूसरी बार दिल का दौरा पड़ा। ड्यूटी पर तैनात जूनियर डॉक्टरों ने मरीज को जीवनरक्षक इंजेक्शन लगाया लेकिन उसके बाद भी मरीज की मौत हो गई। मरीज के मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर ग़लत दवा देने का आरोप लगाकर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर की पिटाई कर दी। जिससे डॉक्टर के सर में फ्रैक्चर हो गया और एक निजी नर्सिंग होम में उनका ऑपरेशन किया गया है। इस बात को लेकर जूनियर डॉक्टर्स सुरक्षा की मांग कर हड़ताल कर रहें है।