नगर निगम के बड़े पार्कों को छोड़ दिया जाए तो शहर में कॉलोनियों के अंदर बने पार्कों की स्थिति बहुत ही दयनीय है। इनमें नियमित रूप से सफाई भी नहीं होती है जिसके कारण स्थानीय लोग इनका उपयोग बहुत कम करते हैं। पार्कों को व्यवस्थित करने के बाद उनकी देखरेख के लिए स्थानीय स्तर पर समिति का गठन किया जाना चाहिए ताकि वे हमेशा व्यवस्थित बने रहें।
इस तरह से पार्क का निर्माण कर निगम प्रशासन लोगों को संदेश भी दे रहा है। दिलचस्प बात यह है कि घूमने आने वालों को इसके बारे में समझाया भी जा रहा है। सभी जगह संदेश लिखे हैं और घर के कबाड़ को इस्तेमाल करने के गुर भी बताए जा रहे हैं।