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कबाड़ का जुगाड़: बना दिया आकर्षक पार्क

locationभोपालPublished: Jan 17, 2022 02:55:24 am

Submitted by:

Rajendra Gaharwar

स्वच्छता सर्वेक्षण-2022: कॉलोनियों में स्थित छोटे-छोटे पार्कों को भी इसी तर्ज पर बनाया जा सकता है आकर्षक
सागर. स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 के तहत नगर निगम प्रशासन अनुपयोगी चीजों का लोगों को इस्तेमाल करना सिखा रहा है। अटल पार्क के बाद अब काकागंज स्थित यातायात पार्क को अनुपयोगी चीजों का इस्तेमाल कर आकर्षक लुक दिया गया है। घरों में पड़ी अनुपायोगी सामग्री, प्लास्टिक बॉटल, टायर, लकड़ी के गट्टे को किस प्रकार उनकी डेंटिंग-पेंटिंग कराकर पुन: उपयोग में ले सकते है, इसकी ऑर्ट भी लोगों को बताई जा रही है।

 रीसाइकिल, रीयूज जैसे रास्तों को चुनकर पार्कों को बहुत ही कम खर्चों पर आकर्षक लुक दिया जा रहा है

नगर निगम प्रशासन अनुपयोगी चीजों का लोगों को इस्तेमाल करना सिखा रहा है। अटल पार्क के बाद अब काकागंज स्थित यातायात पार्क को अनुपयोगी चीजों का इस्तेमाल कर आकर्षक लुक दिया गया है। घरों में पड़ी अनुपायोगी सामग्री, प्लास्टिक बॉटल, टायर, लकड़ी के गट्टे को किस प्रकार उनकी डेंटिंग-पेंटिंग कराकर पुन: उपयोग में ले सकते है, इसकी ऑर्ट भी लोगों को बताई जा रही है।

शहरियों का भा रहा पार्क
अनुपयोगी या सड़कों पर फेंक दी जाने वाली चीजें किस तरह से सजाई जा सकती हैं, इसका उदाहरण पार्क है। जो शहरियों को खूब पसंद आ रहा है। एक बारगी तो देखने से समझ ही नहीं आता कि यह कबाड़ की चीजें हैं। संकेतक से लेकर लर्निंग की भाषा लोगों का बरबस ही ध्यान खींच लेती है। घूमने वाले लोग इन्हें देख अचरज में पड़ जाते हैं।
6-आर पर किया जा रहा ज्यादा फोकस

निगमायुक्त आरपी अहिरवार ने बताया कि अभियान के तहत 6-आर यानि घर और बाहर कबाड़ की पड़ी वस्तुओं को जुगाड़ कर सुंदर और उपयोगी बना सकते हैं। रीसाइकिल, रीयूज जैसे रास्तों को चुनकर पार्कों को बहुत ही कम खर्चों पर आकर्षक लुक दिया जा रहा है। इसमें युवाओं की कला व रचनात्मकता को भी मंच मिल रहा है और वे नवाचार की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
कॉलोनियों के पार्कों की भी बदल सकती है तस्वीर
नगर निगम के बड़े पार्कों को छोड़ दिया जाए तो शहर में कॉलोनियों के अंदर बने पार्कों की स्थिति बहुत ही दयनीय है। इनमें नियमित रूप से सफाई भी नहीं होती है जिसके कारण स्थानीय लोग इनका उपयोग बहुत कम करते हैं। पार्कों को व्यवस्थित करने के बाद उनकी देखरेख के लिए स्थानीय स्तर पर समिति का गठन किया जाना चाहिए ताकि वे हमेशा व्यवस्थित बने रहें।
संदेश भी दे रहे
इस तरह से पार्क का निर्माण कर निगम प्रशासन लोगों को संदेश भी दे रहा है। दिलचस्प बात यह है कि घूमने आने वालों को इसके बारे में समझाया भी जा रहा है। सभी जगह संदेश लिखे हैं और घर के कबाड़ को इस्तेमाल करने के गुर भी बताए जा रहे हैं।
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