दरअसल, सीएम कमलनाथ मध्यप्रदेश के विदिशा जिला अस्पताल के कार्यक्रम में भाग लेने गए थे। इस दौरान मंच से उन्होंने एक बड़ी घोषणा कर दी। जिससे ज्योतिरादित्य सिंधिया भी खुश हो गए। सीएम कमलनाथ ने कहा कि विदिशा जिला अस्पताल का नाम अब स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के नाम पर होगा। इस अस्पताल को अपग्रेड करके 500 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जताया आभार
सीएम के इस घोषणा के बाद सिंधिया समर्थकों में खुशी की लहर है। ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कमलनाथ के इस ऐलान से गदगद हो गए। उन्होंने मध्यप्रदेश सीएमओ के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि जिला अस्पताल विदिशआ का नाम मेरे पूज्य पिताजी के नाम से करने के फैसले पर मुख्यमंत्री कमलनाथ जी का ह्रदय से आभारी हूं।
सीएम के इस घोषणा के बाद सिंधिया समर्थकों में खुशी की लहर है। ज्योतिरादित्य सिंधिया भी कमलनाथ के इस ऐलान से गदगद हो गए। उन्होंने मध्यप्रदेश सीएमओ के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि जिला अस्पताल विदिशआ का नाम मेरे पूज्य पिताजी के नाम से करने के फैसले पर मुख्यमंत्री कमलनाथ जी का ह्रदय से आभारी हूं।
सिंधिया खेमे के ही हैं स्वास्थ्य मंत्री
दरअसल, सिंधिया ने अपने ट्वीट को टैग कमलनाथ और स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट को किया है। तुलसी सिलावट सिंधिया खेमे के ही मंत्री हैं। ग्वालियर में एक कार्यक्रम के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मिलावटखोरी को लेकर सिलावट के जरिए ही सरकार को घेरा था। सिंधिया ने कहा था कि युद्ध का मतलब युद्ध ही होना चाहिए। बिना आपकी जानकारी के मिलावटखोर छूट कैसे जाते हैं।
दरअसल, सिंधिया ने अपने ट्वीट को टैग कमलनाथ और स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट को किया है। तुलसी सिलावट सिंधिया खेमे के ही मंत्री हैं। ग्वालियर में एक कार्यक्रम के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मिलावटखोरी को लेकर सिलावट के जरिए ही सरकार को घेरा था। सिंधिया ने कहा था कि युद्ध का मतलब युद्ध ही होना चाहिए। बिना आपकी जानकारी के मिलावटखोर छूट कैसे जाते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष को लेकर बढ़ी हैं ज्यादा तल्खियां
हाल के दिनों में ये खबरे आती रहती हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम कमलनाथ के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। ऐसा इसलिए कहा जाता है कि सिंधिया कुछ महीनों से लगातार सरकार पर सवाल उठाते रहे हैं, चाहे वो किसानों का मुद्दा हो या फिर किसी समस्या को लेकर सीएम को चिट्ठी लिखना और उसे सार्वजनिक कर देना।
हाल के दिनों में ये खबरे आती रहती हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम कमलनाथ के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। ऐसा इसलिए कहा जाता है कि सिंधिया कुछ महीनों से लगातार सरकार पर सवाल उठाते रहे हैं, चाहे वो किसानों का मुद्दा हो या फिर किसी समस्या को लेकर सीएम को चिट्ठी लिखना और उसे सार्वजनिक कर देना।