बीजेपी में शामिल होते ही पूर्व कांग्रेसी विधायक ने लगाया 'जय श्री राम' का नारा, सिंधिया ने यूं दिया जवाब
ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, धर्मेन्द्र प्रधान के अलावा नरोत्तम मिश्रा और कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे।

नई दिल्ली/ भोपाल. कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा में शामिल होने से पहले सभी विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की उसके बाद सभी विधायक सिंधिया के साथ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पहुंचे और वहीं, पार्टी की सदस्यता ली। इस दौरान भाजपा के कई वरिष्ठ नेता वहां मौजूद थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, धर्मेन्द्र प्रधान के अलावा नरोत्तम मिश्रा और कैलाश विजयवर्गीय भी मौजूद थे।
हरदीप सिंह डंग ने लगाया नारा
जेपी नड्डा ने सभी पूर्व विधायकों को पार्टी की सदस्यता दिलाई। पार्टी की सदस्यता लेने के बाद हरदीप सिंह डंग ने भारत माता के नारे लगाए। इसके बाद उन्होंने जय सिया राम के नारे लगाए। जिसके बाद वहां मौजूद नेता हंसने लगे। इस दौरान उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को झुककर प्रणाम भी किया।
आज राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी, श्री @nstomar जी, श्री @dpradhanbjp जी, श्री @JM_Scindia जी, श्री @KailashOnline जी की उपस्थिति में पूर्व विधायकों ने @BJP4India की सदस्यता ग्रहण की। pic.twitter.com/BMtLk2xxC1
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) March 21, 2020
पार्टी से नाराज थे हरदीप सिंह डंग
कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री नहीं बनाए जाने से हरदीप सिंह डंग नाराज थे। हरदीप सिंह लागातर मंत्रालय को लेकर अपनी ही पार्टी पर हमला बोल रहे थे। उन्होंने कहा थि में अपने संसदीय क्षेत्र से इकलौत विधायक हूं और मुझे सरकार में प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।
भाजपा देगी टिकट
सिंधिया समर्थक नेताओं के भाजपा में शामिल होने के बाद मीडिया से बात करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- हमारे सभी 22 पूर्व विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं और सभी को भाजपा टिकट देगी। बता दें कि मध्यप्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव होना है। ऐसे में पहले से ही कयास लगाया जा रहा था कि कांग्रेस के बागी सभी 22 विधायक भाजपा में शामिल होंगे और उपचुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
22 विधायकों के इस्तीफे के बाद गिरी कमलनाथ सरकार
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद सिंधिया समर्थक विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया 11 मार्च को भाजपा में शामिल हो गए थे। सिंधिया के भाजपा में शामिल होते ही कमलनाथ सरकार के गिरने की पटकथा तैयार हो गई थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को कमलनाथ को फ्लोर टेस्ट कराना था लेकिन फ्लोर टेस्ट से पहले ही कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन को इस्तीफा सौंप दिया था।
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