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मान गए ‘महाराज’, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बनी सहमति, शिवराज कल करेंगे विभागों का बंटवारा

locationभोपालPublished: Jul 11, 2020 05:48:31 pm

Submitted by:

Pawan Tiwari

2 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में 28 मंत्रियों ने शपथ ली थी।

मान गए 'महाराज', ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बनी सहमति, शिवराज कल करेंगे विभागों का बंटवारा

मान गए ‘महाराज’, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बनी सहमति, शिवराज कल करेंगे विभागों का बंटवारा

भोपाल. मध्यप्रदेश कैबिनेट ( Cabinet expansion ) में विभागों का बंटवारा रविवार को होगा। ग्वालियर दौरे पर पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ( Shivraj Singh chouhan ) ने इस बात की घोषणा की है। वहीं, दूसरी तरफ सूत्रों को कहना है कि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia ) के बड़े विभागों के लिए अड़ने के बाद अब सियासी सामंजस्य बनने के संकेत दिए हैं। सिंधिया और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ( JP Nadda ) के बीच बातचीत हुई है जिसके बाद सहमति बनी है। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में सिंधिया के मानने के बाद विभागों के बंटवारे के लिए प्रदेश नेतृत्व को अधिकृत कर दिया गया है।
रविवार को होगा विभागों का बंटवारा
ग्वालियर के दौरे पर पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे को कल तक के लिए टाल दिया है। ग्वालियर में जब मीडिया ने सीएम से मंत्रियों के विभागों को लेकर सवाल पूछा तो सीएम ने मजाकिया लहजे में ये कहकर कल तक के लिए एक बार फिर बात टाल दी। सीएम ने मीडिया के सवाल के जवाब में कहा कि वो मेरा काम है, ग्वालियर में कह रहा हूं कि चलो कल कर दूंगा।
2 जुलाई को हुआ था शपथ ग्रहण समारोह
2 जुलाई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में 28 मंत्रियों ने शपथ ली थी। इनमें से 9 मंत्री सिंधिया खेमे के तीन मंत्री कांग्रेस से आए हुए। जबकि बाकी बीजेपी के थे। 28 में से 20 मंत्री कैबिनेट स्तर के जबकि आठ मंत्रियों को राज्यमंत्री बनाया गया है।
https://youtu.be/EMV_ubZrQ5Q
क्यों नहीं हो पा रहा है विभागों का बंटवारा
सूत्रों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया यह चाहते हैं कि सरकार में मलाईदार डिपार्टमेंट उनके समर्थक मंत्रियों को दिए जाएं। जबकि शिवराज सिंह चौहान ऐसे डिपार्टमेंट अपने खेमे के मंत्रियों को देना चाहते हैं। यही वजह है कि फैसला दिल्ली पर छोड़ा गया है। लेकिन अभी तक विभागों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन सकी है।
इन विभागों को लेकर फंसा था पेंच
बताया जा रहा है कि ज्यादा झगड़ा नगरीय विकास, पीडब्ल्यूडी, राजस्व, स्वास्थ्य, परिवहन, जल संसाधन, पीएचई, वाणिज्यिक कर, आबकारी, स्कूल शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग को लेकर है। सिंधिया अपने खेमे के नेताओं को कई बड़ा पद दिलाना चाहते हैं।
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