ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। कुछ समय पहले उन्हें मोदी कैबिनेट में नागर विमानन मंत्री बनाया गया था। बुधवार को मोदी सरकार के दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था। उनका राज्यसभा का कार्यकाल 7 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
मुख्तार अब्बास नकवी अल्पसंख्यक मंत्रालय देख रहे थे, अब इस मंत्रालय का प्रभार केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को दिया गया है। वहीं आरसीपी सिंह के इस्तीफे से खाली हुआ इस्पात मंत्रालय का प्रभार केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिया गया है।
दिल्ली से मतदान करने आए थे सिंधिया
इससे पहले बुधवार को दोपहर में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में नगरीय निकाय चुनाव में मतदान किया। उनके साथ उनके बेटे महाआर्यमन सिंधिया भी थे। सिंधिया दिल्ली से सीधे ग्वालियर पहुंचे और एएमआई शिशु मंदिर मतदान केंद्र पहुंचे, जहां उन्होंने अपने बेटे महाआर्यमन के साथ मतदान किया। वोट डालने के थोड़ी देर बाद ही वे ट्रेन से दिल्ली रवाना हो गए।
एक नजर
ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया का जन्म 1 जनवरी 1971 को हुआ था। ज्योतिरादित्य 15वीं लोकसभा के मंत्रिमंडल में वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री रह चुके हैं। ये लोकसभा की मध्य प्रदेश स्थित गुना संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करते थे। ज्योतिरादित्य मनमोहन सरकार में केन्द्रीय मंत्री रहे हैं। यह गुना शहर से कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार रहे हैं। इनके पिता दिवंगत माधवराव सिन्धिया भी गुना से कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार रहे थे। ज्योतिरादित्य 2019 लोकसभा चुनाव में गुना सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 19-6-2020 को मप्र से राज्यसभा के सदस्य चुने गए। वर्तमान में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हैं।
यह भी पढ़ेंः