कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को रविवार को एक पत्र लिखा है। जिसमें श्योपुर प्रवास का जिक्र कर उन्होंने विधायकों, कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, समाजसेवी संगठनों और आमजन से संवाद के दौरान मिली कुछ प्रमुख समस्याओं का जिक्र है, साथ ही कुछ मांगे भी निराकरण के लिए दी गई हैं।
1. सिंधिया ने अपने पत्र में लिखा है कि श्योपुर जिले में इस वर्ष अतिवृष्टि होने से सभी प्रकार की खरीब की फसलें उड़द, तिल्ली, सोयाबीन आदि नष्ट हो गई हैं। अति शीघ्र सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा प्रदान किया जाए।
2. आने वाले समय में रबी फसल की बुवाई किसानों को करना है, लेकिन यूरिया खाद की समस्या है। श्योपुर जिले के लिए यूरिया खाद के आवंटन का कोटा बढ़ाया जाए।
3. सिंधिया ने कहा है कि उन्हें यह भी पता चला है कि पिछले साल गेहूं का बोनस जो 150 रुपए प्रति क्विंटल मिलना था, अभी तक किसानों को नहीं मिला है। रबी सीजन की बुआई नजदीक है, किसान आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। इसलिए अतिशीघ्र बकाया बोनस का भुगतान किया जाए।
4.1993 के पंचायत राज अधिनियम को पुनः क्रियान्वित करने की मांग पंचायत के जनप्रतिनिधियों की ओर से पूरे प्रदेश में की जा रही है, जिसके तहत ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों एवं जिला पंचायतों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र का विकास उक्त संस्थाओं के प्रतिनिधि अपने विवेक से स्थानीय स्तर पर कर सकें।
5. शासकीय पीजी कालेज श्योपुर में स्थाई फैकल्टी की कमी बताई गी है। आग्रह है अतिशीघ्र यहां स्थाई शैक्षणिक स्टाफ की पदस्थापना की जाए।
6. सिविल अस्पताल विजयपुर में डाक्टर्स की कमी बताई गई है। यहां डाक्टर्स की कमी बताई गई है। यहां डाक्टरों की पदस्थापना किया जाना आवश्यक है। इसके साथ ही एक्सरे मशीन की भी जरूरत है।
7. श्योपुर जिले के कराहल कस्बे को नगर पंचायत का दर्जा दिया जाना आवश्यक है। मुझे यह भी बताया गया है कि यहां की जनसंख्या बीस हजार के आसपास है, इसलिए नगर पंचायत का दर्जा दिया जाना उचित होगा।
8. विजयपुर के डोकर तालाब का जीर्णोद्धार किया जाना अति आवश्यक है।
9. आदिवासी समुदाय के भील, भिलाला एवं पटेलिया जो कि अजजा वर्ग से आते हैं, इनके जाति प्रमाण पत्र श्योपुर में नहीं बनाए जाते हैं। इसके लिए इन्हें जिला झाबुआ जाना पड़ता है। श्योपुर में स्थानीय स्तर पर जाति प्रमाण पत्र जारी किया जाना उचित होगा।
यह भी है खास
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पत्र के अंत में इन सभी समस्याओं के लिए संबंधित विभागों को निर्देश जारी करने की भी आशा जताई है। साथ ही जो कार्यवाही की गई है, उससे उन्हें भी अवगत कराने का आग्रह किया है।
पहले भी लिखा था पत्र
कांग्रेस महासचिव एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ से दो दिन पहले भी दो अलग-अलग पत्र लिखकर भिंड की समस्या बताई थी। उन्होंने मांग की थी कि वे प्रदेश के भिंड जिले में सैनिक स्कूल एवं मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए केन्द्र सरकार से सिफारिश करें। इन पत्रों में सिंधिया ने कहा था कि मेरे हाल ही के भिंड प्रवास के दौरान समस्या से अवगत कराया गयाहै। भिंड जिले में सैनिक स्कूल खुलने से भिंड के साथ ही ग्वालियर-चंबल इलाके के मुरैना, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना एवं अशोक नगर जिले के बच्चों को भी सैनिक स्कूल में अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही भिंड जिला मुख्यालय में मेडिकल कॉलेज स्थापित होने से भिंड के साथ ही मुरैना जिले की जनता को भी इसका फायदा होगा।