सूत्रों का कहना है कि भाजपा इंदौर में प्रत्याशियों का ऐलान इसलिए नहीं कर पा रही है क्योंकि वहां कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटे आकाश विजयवर्गीय के लिए टिकट मांग रहे हैं तो दूसरी तरफ लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन भी अपने बेटे मंदार महाजन के लिए टिकट मांग रही हैं। इसी के कारण भाजपा अबी तक इंदौर की विधानसभा सीटों का एलान नहीं कर पाई है। तो दूसरी तरफ गोविंदपुरा सीट को लेकर भी भाजपा मुश्किल में है। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर बगाबती तेवर अपनाए हुए हैं। बाबूलाल गौर पहले खुद की दावेदारी पेश कर रहे थए जबकि उनकी बहू कृष्णा गौर भी दावेदारी पेश कर रही हैं। इसके अलावा इंदौर में गौड़ परिवार का भी दबदबा रहा है। इंदौर चार से महापौर मालिनी गौड़ मौजूदा विधायक है। पिछले पांच चुनावों से इस सीट पर गौड़ परिवार काबिज है। कभी कांग्रेस के वर्चस्व वाली इस सीट पर सबसे पहले अयोध्या आंदोलन के दौरान भाजपा के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने सेंध लगाई थी।
दो सूची जारी कर चुकी है भाजपा: भाजपा मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अब तक दो सूची जारी कर चुकी है। भाजपा ने अपनी पहली सूची में 177 और दूसरी सूची में 17 नामों का एलान कर चुकी है। बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 28 नवबंर को वोटिंग है जबकि परिणाम 11 दिसंबर को आएंगे। प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं जिसमें से भाजपा ने 194 विधानसभा सीटों के लिए अपनी सूची जारी कर दी है।