शिवराज पर हमला करते हुए कमलनाथ ने कहा- बताइए यह आपकी लायकी है या नालायकी कि अति वर्षा, बाढ़ से फसलें खराब हो गईं। किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला। गरीबों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली से जानवरों के खाने योग्य चावल बांटा गया। इस महामारी में अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट है और ऑक्सीजन की कालाबाजारी चालू हो गई है। किसानों की कर्जमाफी पर रोक लगा दी। कन्या विवाह की बढ़ाई गई 51 हजार की राशि को वापस कम कर दिया।
वहीं, कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री लायक-नालायक पर बयान दे रहे हैं। वे 15 साल सीएम रहे। हम उनको कैसे नालायक बोल सकते हैं। आपने कहा था कि बिना बहुमत की सरकार को मैं चिमटे से नहीं पकडूंगा, लेकिन अब सत्ता को मुंह से पकड़ लिया। जीतू ने कहा कि सत्ता में वापसी की ललक लायकी है या नालायकी। सत्ता पर डाका डाला वो क्या लायकी है। जीतू ने कहा कि मंत्री इमरती देवी कहती हैं, कलेक्टर चुनाव जिता देगा, यह लायकी है या नालायकी। उज्जैन में एक सीएसपी का तबादला किया, जब उसने भाजपा कार्यकर्ताओं को अनुशासन सिखाया, क्या यही है आपकी समदृष्टि।