छिंदवाड़ा पर पहले से था फोकस
12 दिसंबर को कांग्रेस ने बहुमत हासिल किया और बतौर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने 17 दिसंबर को शपथ ली थी। जिसके बाद से कमलनाथ ने अपने संसदीय क्षेत्र छिंदवाड़ा पर विशेष फोकस किया था। जिसमें यहां के पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को बदल दिया गया। राज्य की पूर्व मुख्य सचिव निर्मला बुच मानती है कि जब सरकार बदलती है तो अपने लक्ष्य को हासिल करने और योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने के मकसद से अपनी पसंद के अफसरों की तैनाती की।
9 बार से कमलनाथ छिंदवाड़ा के सांसद
छिंदवाड़ा ससंदीय क्षेत्र से नौ बार से कमलनाथ सांसद हैं। अब इसी संसदीय क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले हैं। मुख्यमंत्री बनने के छह माह के भीतर किसी भी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर उन्हें विधायक बनना जरूरी है। इसके लिए एक नहीं, कई विधायक अपनी सीट छोड़ने को तैयार बैठे हैं। जिसमें सोमवार को दीपक सक्सेना ने सीट छोड़ने के निर्देश भी दे दिए हैं।