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अब हर इंसान को मिलेगा शुद्ध भोजन, गारंटी ले रहे हैं कमलनाथ

locationभोपालPublished: Jun 19, 2019 09:18:12 am

Submitted by:

KRISHNAKANT SHUKLA

भोपाल में शाहपुरा चौपाटी, इंदौर में सराफा और उज्जैन में फ्रीगंज हॉकर्स कॉर्नर को करेंगे चिह्नित

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राजेन्द्र गहरवार, भोपाल. राज्य सरकार लोगों को शुद्ध खाने की गारंटी देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए खाद्य विभाग निर्धारित मानकों के पालन के लिए खान-पान की वस्तु बेचने वालों को प्रशिक्षण देने के साथ उन्हें बताएगा कि किस तरह से सुरक्षित खाद्य सामग्री बनाई जाए।

विभाग ने उज्जैन के महाकाल मंदिर क्षेत्र और इंदौर के 56 दुकानों में सुरक्षित खाद्य सामग्री को पायलेट प्रोजेक्ट में शामिल किया था। भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण ने उज्जैन महाकाल मंदिर क्षेत्र को पहला सेफ भोग प्लेस धार्मिक क्षेत्र घोषित किया है।

इंदौर की 56 दुकानें खाद्य सुरक्षा के मामले में दूसरे नंबर पर रही थीं। महाकाल मंदिर की सफलता और इंदौर के 56 दुकानों की कुछ कमियों में सुधार करते हुए अब खाद्य सुरक्षा विभाग भोपाल के शहपुरा स्ट्रीट चौपाटी, इंदौर के सराफा और उज्जैन के फ्रीगंज हॉकर्स कार्नर में इसकी शुरुआत करने जा रहा है। इन क्षेत्रों में पॉलीथिन पर प्रतिबंध रहेगा।

पर्यावरण फ्रेंडली डिस्पोजल का इस्तेमाल किया जाएगा। भोपाल, इंदौर और उज्जैन के चिह्नित क्षेत्र में लगने वाली दुकानों में बिकने वाली हर खाद्य सामग्री को भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसआइ) के मानकों के अनुरूप प्रमाणित किया जाएगा। दुकान मालिकों के साथ कर्मचारियों को भी एफएसएसआइ टीम प्रशिक्षण देगी।

इन जगहों पर गुणवत्तापूर्ण, शुद्ध और स्वास्थ्य के अनुकूल खाद्य सामग्री मिले, इसकी पूरी व्यवस्था के लिए निजी कंपनी को कुछ समय के लिए तैनात किया जाएगा। इसमें उन्हें साफ-सफाई से लेकर शुद्ध और हायजेनिक फूड तैयार करने के तरीके बताए जाएंगे। प्रशिक्षण के दौरान इस्तेमाल में आने वाली सामग्री एफएसएसआइ की ओर से दी जाएगी।

साल में एक बार कराना होगा मेडिकल

स्ट्रीट फूड जोन में सुरक्षित एवं पोषक खाद्य उपलब्ध करवाने के लिए स्वास्थ्य और सफाई का खास ख्याल रखा जाएगा। पैकिंग पर मैन्यूफैक्चरिंग व एक्सपायरी डेट के साथ लाइसेंस नंबर लिखना होगा। भोजन बनाने वालों को साल में एक बार मेडिकल कराना होगा।

महाकाल मंदिर सेफ भोग प्लेस

पायलेट प्रोजेक्ट उज्जैन के महाकाल मंदिर से शुरू हुआ था। मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित निशुल्क अन्नक्षेत्र, लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई एवं निकटतम खाद्य प्रतिष्ठानों की खाद्य सामग्री निरीक्षण में खरी पाई गई। इसे सेफ भोग प्लेस का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।

लोगों को साफ, शुद्ध और स्वास्थ्य के अनुकूल खाने की चीजें मिल सकें, इसके लिए स्ट्रीट फूड को सुरक्षित बनाने के लिए अभियान शुरू किया गया है। पहले चरण में भोपाल, इंदौर और उज्जैन के एक-एक स्ट्रीट फूड जोन में यह प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है।
– अरविंद पथरोले, नोडल अधिकारी, एफएसएसआइ मध्यप्रदेश

कर्मचारियों का होगा डे्रस कोड

क्लीन स्ट्रीट फूड हब में खान-पान की गुणवत्ता सुधारने, सफाई व अपशिष्ट के निपटान पर फोकस होगा। कर्मचारी तय ड्रेस में रहेंगे। हाथ में दस्ताने, सिर पर टोपी पहनना अनिवार्य होगा। मेडिकल चेकअप के बाद ही उन्हें रखा जाएगा। खाने की गुणवत्ता अच्छी हो, इसके लिए आरओ का पानी इस्तेमाल करना होगा। तेल, मसाले व अन्य चीजें भी मापदंडों के अनुसार होंगी।

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