कमलनाथ ने कहा कि अब मुझे भी देखना होगा कि मेरा नाम भी मतदाता सूची से गायब न कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनाव के पूर्व सभी तरह के हथकंडे अपनाएगी। पूर्व मंत्री यादवेन्द्र सिंह के पूरे परिवार का नाम मतदाता सूची से गायब होने के सवाल पर कमलनाथ ने यह बात कही। दूसरी ओर कांगे्रस मतदाता सूची में फर्जी नाम जोड़े जाने का आरोप लगाया। प्रदेश कांग्रेस सचिव मनोज शुक्ला और कांग्रेस निर्वाचन कार्य प्रभारी जेपी धनोपिया ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को लिखित शिकायत की। उन्होंने कहा कि ३१ जुलाई की स्थिति में प्रकाशित मतदाता सूची में ११ हजार ४९ मतदाता अभी भी फर्जी हैं। कुछ मतदाता तो दूसरे विधानसभा क्षेत्रों के इस सूची में शामिल हैं। कई तो दिए गए पते पर निवास ही नहीं करते।
दरअसल, निर्वाचन आयोग पूरे प्रदेश में वोटर लिस्ट की जांच कर रहा है। यह जांच 31 अगस्त से पहले होना है। इसके बाद फाइनल लिस्ट तैयार की जाएगी। लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि मतदाता केन्द्रो पर जो बीएलओ नियुक्त किए गए है उसमें भाजपा के नेता शामिल भी शामिल है और वे मतदाता सूचिओं में हेरफेर कर रहे है। कांग्रेस ने मांग की है कि चुनावों से पहले मतदाता सूची को सही किया जाए और इन नामों को हटाया जाए ताकी आने वाले विधानसभा चुनाव में निष्पक्षता रहे।
सीईओ ने दिया जांच का भरोसा –
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बीएल कांताराव ने कांग्रेस की शिकायत पर जांच भरोसा दिलाया है। वहीं नरेला विधायक एवं विश्वास सांरग ने इसे कांग्रेस की साजिश बताया है। जनता इन चुनावों में कांग्रेस को जवाब देगी।