दरअसल, बर्धमान ब्लास्ट का आरोपी जहिरूल शेख इंदौर के आजाद नगर थाना क्षेत्र में छिप कर रह रहा था। वह ठेकेदार के अंदर में रहकर यहां राजमिस्त्री का काम करता था। लेकिन इसकी भनक किसी को नहीं थी। न इंदौर पुलिस को और न ही राज्य की खुफिया एजेंसियों को। लेकिन गृहमंत्री बाला बच्चन कहते हैं कि उसकी गिरफ्तारी हमारी मॉनिटरिंग की वजह से हुई है।
लेकिन सवाल है कि इतने बड़े मामले के आरोपी के बारे में सबको जानकारी थी तो फिर उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। क्या इस आरोपी की गिरफ्तारी का श्रेय इंदौर पुलिस नहीं ले सकती थी। लेकिन एनआईए यहां आकर स्थानीय थाने को सूचना दिए बिना आतंकी जहिरूल शेख को गिरफ्तार कर ले गई। ऐसे में मंत्रीजी आपकी बातें हजम नहीं हो रही है।
गृहमंत्री बाला बच्चन ने कहा कि सीएम कमलनाथ के नेतृत्व में लॉ एंड ऑर्डर की कोई समस्या नहीं। सीएम के नेतृत्व में इन चीजों की हमेशा मॉनिटरिंग होती है। उन्होंने कहा कि गुजरात में अलर्ट के बाद प्रदेश के सभी नाको पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। मंत्री ने इंदौर मामले पर हुई चूक पर कहा कि हमारी तंत्र पूरी तरह से मुस्तैद है। ये सब उसी का परिणाम है। हमारे सतत मॉनिटरिंग की वजह से ये सब हो रहा है।
एनआईए ने किया अरेस्ट
बर्धमान ब्लास्ट के आरोपी जहिरूल शेख को एनआईए की टीम ने 11 अगस्त को इंदौर से गिरफ्तार किया। फिर 12 अगस्त को इंदौर कोर्ट में पेश कर कोलकाता लेकर चली गई। एनआईए ने 2015 में इसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था। 13 अगस्त को यह खबर मीडिया में आई। यह आतंकियों की ट्रेनिंग शिविर में भी भाग लेता था। लेकिन इंदौर में छिपे होने की जानकारी न मध्यप्रदेश पुलिस को थी और न ही राज्य के खुफिया एजेंसियों को।
बर्धमान ब्लास्ट के आरोपी जहिरूल शेख को एनआईए की टीम ने 11 अगस्त को इंदौर से गिरफ्तार किया। फिर 12 अगस्त को इंदौर कोर्ट में पेश कर कोलकाता लेकर चली गई। एनआईए ने 2015 में इसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था। 13 अगस्त को यह खबर मीडिया में आई। यह आतंकियों की ट्रेनिंग शिविर में भी भाग लेता था। लेकिन इंदौर में छिपे होने की जानकारी न मध्यप्रदेश पुलिस को थी और न ही राज्य के खुफिया एजेंसियों को।
टेरर फंडिग में सीधी का लड़का गिरफ्तार
इसी बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पिछले दिनों यूपी एटीएस की टीम ने मध्यप्रदेश के सीधी के रहने वाले सौरभ शुक्ला को गिरफ्तार किया। सौरभ पर आरोप था कि वह पाकिस्तानी हैंडलरों के संपर्क में था। वह टेरर फंडिंग का काम करता था। इस दौरान सौरभ कई बार मध्यप्रदेश भी आया। लेकिन यहां की खुफियां एजेंसियों को कोई खबर नहीं थी।
इसी बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पिछले दिनों यूपी एटीएस की टीम ने मध्यप्रदेश के सीधी के रहने वाले सौरभ शुक्ला को गिरफ्तार किया। सौरभ पर आरोप था कि वह पाकिस्तानी हैंडलरों के संपर्क में था। वह टेरर फंडिंग का काम करता था। इस दौरान सौरभ कई बार मध्यप्रदेश भी आया। लेकिन यहां की खुफियां एजेंसियों को कोई खबर नहीं थी।
अब आप सोचिए कि बार-बार राज्य की खुफिया एजेंसियों पर सवाल उठ रहे हैं, उसके बावजूद गृहमंत्री जी कहते हैं कि हमलोग मुस्तैद हैं। ऐसे में यह झूठ सिर्फ और सिर्फ अपनी नाकामी को छिपाने के लिए बोल रहे हैं। फिलहाल गुजरात में आतंकियों के घुसने की खबर के बाद अलर्ट हैं। इसलिए मध्यप्रदेश के गुजरात से लगने वाली सीमाओं पर भी अलर्ट जारी है।