कमलनाथ ने ट्वीट किया कि एक तरफ तो सरकार ने 2020 की राहत व बीमा राशि खातों में ट्रांसफर नहीं की, दूसरी तरफ जब अपनी मूँग की फसल बेचने के बाद किसानों के खाते में रुपए आए तो यह आदेश निकाल दिया गया।
इस आदेश के बाद किसान बीज, खाद, कटाई, मजदूरी का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनके खाते होल्ड कर दिए गए हैं।
उन्होंने कहा यह वही शिवराज सिंह की सरकार है जो विपक्ष में कहते थे कि बिल Óयादा आए तो मत भरो, यदि कोई बिजली काट देगा मै खुद उसे जोडऩे आऊंगा। बिजली बिलों की होली जलाते थे, धरने-प्रदर्शन करते थे और आज इनकी सरकार में किसानों से अपराधियों की तरह दमनकारी व्यवहार कर रहे है। उन्होंने सरकार से मांग की कि वसूली के इस बेतुके व तानाशाही निर्णय को तत्काल वापस लिया जाए। किसानों को उनकी पूर्व की बकाया राहत व बीमा राशि का पहले भुगतान किया जाए। उनके खाते होल्ड पर से हटाए जाएं। अन्यथा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। वहीं पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने भी शिवराज सरकार को आड़े हाथो लिया है।