अजय, रामनिवास दावेदार
दिग्विजय सिंह अपने खेमे से अजय सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। सिंधिया समर्थक रामनिवास रावत भी दौड़ में हैं। पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव भी खुद को इस दौड़ में शामिल किए हैं। वे ट्विटर के जरिए अपनी ब्रांडिंग कर रहे हैं।
सिंधिया की प्रेशर पॉलिटिक्स
सूत्रों की मानें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया की मंशा प्रदेश अध्यक्ष बनने की है, इसीलिए उनके समर्थकों ने पार्टी हाईकमान को संकेत देने के लिए दिल्ली में प्रदर्शन किया था, लेकिन राहुल, सिंधिया समर्थक विधायकों के इस रवैए से नाखुश हैं। हालांकि सिंधिया ने स्वयं समर्थकों को वापस भोपाल भेजा था। इन परिस्थितियों के बाद राहुल चाहते हैं कि लोकसभा चुनाव तक कमलनाथ के पास ही संगठन की कमान रहे। यदि सिंधिया या उनके समर्थक पीसीसी अध्यक्ष बनेंगे तो पार्टी फिर गुटों में बंटी नजर आएगी और जनता के बीच में अच्छा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
महत्वपूर्ण है लोकसभा चुनाव
लोकसभा चुनाव कांग्रेस के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। पार्टी का पूरा फोकस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ महागठबंधन तैयार कर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री चेहरा बनाने की है। सत्ता का सेमीफायनल माने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा के गढ़ मध्यप्रदेश,राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत हासिल कर कांग्रेस ने नई संभावनाएं पैदा कर दी हैं। इस जीत से राहुल का दावा भी मजबूत हुआ है।