ऐसा माना जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ वे एआईसीसी में भी प्रमुख भूमिका में रह सकते हैं। इसके लिए उनको दिल्ली में ज्यादा समय गुजारना पड़ सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को पहले ही आर्थिक मामलों से संबंधित समिति का सदस्य बनाया जा चुका है।
इसी सत्र में नया नेता प्रतिपक्ष :
कमलनाथ अभी प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में भी हैं। उपचुनाव के बाद ऐसा माना जा रहा है कि वे एक पद छोड़ सकते हैं। कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो कमलनाथ विधानसभा के इसी शीतकालीन सत्र में किसी और नेता को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। नेता प्रतिपक्ष के लिए डॉ गोविंद सिंह, सज्ज्र सिंह वर्मा और बाला बच्चन के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। हालांकि इस संबंध में कोई खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है। विधानसभा सत्र 28 दिसंबर से शुरु होगा। ये सत्र तीन दिन का रहेगा जिसमें विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन होगा। इस बारे मेंं कांग्रेस ने अभी फैसला नहीं लिया है। इसके अलावा प्रदेश के कुछ युवा विधायकों को राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी देकर दूसरे राज्यों का प्रभार भी दिया जा सकता है।
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इसी सत्र में नया नेता प्रतिपक्ष :
कमलनाथ अभी प्रदेश अध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में भी हैं। उपचुनाव के बाद ऐसा माना जा रहा है कि वे एक पद छोड़ सकते हैं। कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो कमलनाथ विधानसभा के इसी शीतकालीन सत्र में किसी और नेता को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंप सकते हैं। नेता प्रतिपक्ष के लिए डॉ गोविंद सिंह, सज्ज्र सिंह वर्मा और बाला बच्चन के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। हालांकि इस संबंध में कोई खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है। विधानसभा सत्र 28 दिसंबर से शुरु होगा। ये सत्र तीन दिन का रहेगा जिसमें विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन होगा। इस बारे मेंं कांग्रेस ने अभी फैसला नहीं लिया है। इसके अलावा प्रदेश के कुछ युवा विधायकों को राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी देकर दूसरे राज्यों का प्रभार भी दिया जा सकता है।
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