सरकार में मंत्री इमरती देवी ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर चुकी है। वहीं, अब परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी मध्यप्रदेश के संगठन में बदलाव की मांग की है। उन्होंने कहा है कि सिंधिया अगर प्रदेश अध्यक्ष बनते हैं तो कार्यकर्ताओं में जोश आएगा।
इससे पहले दो और मंत्री प्रद्युमन सिंह और इमरती देवी प्रदेश की कमान युवा हाथों में सौंपने की मांग की है। इन दोनों नेताओं ने कहा कि मैं सिंधिया कैंप का हूं, इसलिए मांग नहीं कर रहा हूं। कांग्रेस का हर कार्यकर्ता चाहता है कि प्रदेश का नेतृत्व युवा और उर्जावान हाथों में हो।
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी के महासचिव हैं। गुना-शिवपुरी से सांसद रहे हैं। इस बार वे चुनाव हार चुके हैं। उनके पास लोकसभा चुनाव के दौरान पश्चिमी यूपी का प्रभार था। विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने एमपी में खूब मेहनत की थी। मगर उन्हें सीएम न बनाए जाने के बाद उनके सर्मथकों में काफी नाराजगी देखी गई थी। लोकसभा चुनाव के दौरान सिंधिया एमपी में अपने सीट को छोड़ बाकी जगहों पर प्रचार भी नहीं किए थे।
वहीं, सीएम कमलनाथ अभी मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव के बाद ही पद छोड़ने की पेशकश की थी। लेकिन लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद प्रभारी दीपक बाबारिया से प्रदेश छोड़ने की बात कही है। अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व को लेना है।