सोमवार को कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा कि प्रदेश में डीजल की दर उच्चतम स्तर पर पेट्रोल भी उच्चतम स्तर छूने को तैयार, शिवराज सरकार न टैक्स कम करने को तैयार और न पेट्रोल डीजल में जीएसटी लाने को तैयार। जिसके चलते जनता मंहगाई की मार झेल रही है। क्या ये है अच्छे दिन की सरकार?
आपको बता दें कि पेट्रोल डीजल के दामों में लगातार हो वृद्धि के चलते आम नागरिक परेशान है। फिर भी सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। 21 अगस्त से पेट्रोल की कीमत का कांटा 83.40 रूपये पर ऐसा अटका कि नीचे आने नाम ही नहीं ले रहा। पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के चलते कुछ लोगों ने तो गाड़ी से चलना ही छोड़ दिया। आम नागरिकों की ऐसी स्थिति को देखते हुए विपक्षी दल लगातार सरकार पर पेट्रोल की कीमतों को लेकर दबाब बना रही है। जिससे पेट्रोल की कीमतों में कमी आ सकें।
इसी के चलते राजधानी भोपाल में सोमवार को छ: नंबर स्टाफ पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पेट्रोल की कीमतों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में आम नागरिकों ने भी कांग्रेस का समर्थन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी के साथ पेट्रोल की बढ़ती कीमतों का विरोध किया। साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान के पुतले का दहन किया। नारेबाजी के दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार शर्म करो। आज भोपाल में सबसे मंहगा पेट्रोल है। कांग्रेसियों ने कहा कि आपने जो जनता से अच्छे दिनों का वादा किया था, उसे पूरा करें और पेट्रोल की कीमतों में कमी करें।