पढ़ें ये खास खबर- कमलनाथ ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा, प्रेस कांफ्रेंस में कहा- ‘मेरा क्या कसूर था’
बीजेपी के जश्न के बीच हड़कंप
एक तरफ कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद बीजेपी ने तुंरत ही शिवराज सिंह चौहान को विधायक दल का नेता घोषित कर दिया। तो शिवराज समेत पार्टी के आला नेताओं के घर से लेकर सोशल मीडिया तक बधाइयां देने वालों की होड़ मच गई। तो वहीं राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के सभी बीजेपी कार्यालयों में बीजेपी के स्थानीय नेता और कार्यकर्ता जश्न मनाते देखे जा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की ओर से इस ट्वीट के जारी होने के बाद बीजेपी में हड़कंप मच गया है। खेमे में अलग अलग तरह की सुगबुगाहटों का दौर चल पड़ा है।
ट्वीट में किया गया है फिर सत्ता वापसी का दावा
मध्य प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से जारी इस ट्वीट में कमलनाथ सरकार की एक बार फिर वापसी का दावा किया है और तारीख के साथ बताया है कि, इतने समय में कमलनाथ एक बार फिर सीएम के तौर पर मध्य प्रदेश की सत्ता में वापसी करेंगे। राजनीतिक जानकार इस ट्वीट को उपचुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। उनका मानना है कि, अगर राज्य में उपचुनाव होते हैं, तो इस बार कांग्रेस से बागी होकर इस्तीफा देने वाले 22 विधायकों को उन्हीं की सीट से बीजेपी को एक बार फिर टिकट देना होगा, लेकिन इसमें बीजेपी के मौजूदा उम्मीदवारों की नाराजगी बढ़ेगी, जिसका लाभ कांग्रेस को होने की संभावना है।
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भ्रष्टाचार मुक्त रही 15 माह की सरकार- कमलनाथ
राज्यपाल लालजी टंडन को इस्तीफा सौंपने से पहले कमलनाथ ने एक प्रेस कांफ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने अपनी पंद्रह महीने की सरकार के कार्यकाल के कामकाज की जानकारी दी। साथ ही ये भी कहा कि, इन सभी कामों में भाजपा हमेशा अड़ंगे लगाती रही। कमलनाथ ने दावा किया कि, उनके कार्यकाल में कभी भी उनपर या उनके विधायकों पर किसी तरह का भ्रष्टाचार से संबंधित आरोप नहीं लगा। उन्होंने कहा कि, उनके सांसद कार्यकाल में भी कभी उनपर भ्रष्टाचार से जुड़ा कोई आरोप नहीं लगा। उन्होंने जीवनभर साफ सुथरी राजनीति की, जबकि पिछली सरकार के कार्यकाल में ऐसे आरोप कई बार सीएम की कुर्सी तक भी आए।
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इस्तीफा देने से पहले कमलनाथ ने भी दिये थे संकेत
कमलनाथ ने 11 दिसंबर 2018 का जिक्र करते हुए कहा कि, जबसे कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई तभी से भाजपा ने विपक्ष में रहकर सिर्फ सरकार गिराने की ही रणनीति बनाई। इसका जिक्र उनके कई बड़े छोटे नेता मंचों और मीडिया के सामने कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि, इसी मंसूबे के तहत भाजपा ने करोड़ों रुपये का प्रलोभन देकर कांग्रेस के 22 विधायकों को बहकाया, जिसकी वजह से हम अल्पमत में आए और आज मुझे इस्तीफा देना पड़ रहा है। हालांकि, कमलनाथ ने ये भी कहा कि, लेकिन बुरी ताकतों को ये समझ लेना चाहिए कि, आज के बाद कल भी आना है और कल के बाद परसों भी और इस बात से आश्वस्त रहिए कि, जनता के हित के लिए परसों जरूर आएगा।