नोटबंदी लागू की, लेकिन आज तक कोई संवाददाता सम्मेलन नहीं बुलाया, ताकि सवालों के जवाब नहीं देना पड़े। दूसरे की मन की बात पीएम कभी नहीं सुन सकते, इसलिए स्वयं अपने मन की बात करते हैं। कन्हैया कुमार ने कहा कि रिजर्व बैंक कहता है कि पांच सौ और हजार के ९९ फीसदी नोट वापस आ गए। जब सारा पैसा वापस आ गया तो काला धन कहां गया।
वहीं देश में फांसी की सजा बंद करने की वकालत करने वाले कन्हैया कुमार रेपिस्ट को फांसी की सजा पर सीधा बोलने से बचने की कोशिश करते रहे। कन्हैया ने कहा कि मैं किसी सिर के बदले सिर और हत्या के बदले हत्या को ठीक नहीं मानता। भारतीय दर्शन में सजा को सुधार के रूप में लिया गया है। हम डराकर अपराध नहीं रोक सकते।
वहीं देश में फांसी की सजा बंद करने की वकालत करने वाले कन्हैया कुमार रेपिस्ट को फांसी की सजा पर सीधा बोलने से बचने की कोशिश करते रहे। कन्हैया ने कहा कि मैं किसी सिर के बदले सिर और हत्या के बदले हत्या को ठीक नहीं मानता। भारतीय दर्शन में सजा को सुधार के रूप में लिया गया है। हम डराकर अपराध नहीं रोक सकते।
राशन के लिए आधार जरूरी सोने के लिए नहीं : हालत यह हो गई कि कंट्रोल से राशन लेने जाओ तो आधारकार्ड चाहिए लेकिन दो लाख तक का सोना खरीदने के लिए आधार की जरूरत नहीं है। राजनीतिक पार्टी को चंदा देने के लिए भी आधार की जरूरत नहीं होती। आरटीआई सभी जगह लागू है, लेकिन पार्टी के चंदे पर नहीं।
दो साल में 350 से अधिक आर्मी पर्सन कर चुके आत्महत्या: इस सरकार में आर्मी भी समस्याओं से जूझ रही है। एक आर्मी पर्सन ने शिकायत की कि उससे ऑफिसर घरेलू
काम कराते हैं तो उसकी रहस्यमय तरीके से हत्या हो गई। हालत यह है कि पिछले 2 साल में 350 से अधिक आर्मी पर्सन आत्महत्या कर चुके हैं।
दो साल में 350 से अधिक आर्मी पर्सन कर चुके आत्महत्या: इस सरकार में आर्मी भी समस्याओं से जूझ रही है। एक आर्मी पर्सन ने शिकायत की कि उससे ऑफिसर घरेलू
काम कराते हैं तो उसकी रहस्यमय तरीके से हत्या हो गई। हालत यह है कि पिछले 2 साल में 350 से अधिक आर्मी पर्सन आत्महत्या कर चुके हैं।
आरएसएस के साथ भी धोखाधड़ी
कन्हैया कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने आपको ईमानदार स्वयंसेवक बताते हैं, लेकिन उन्हें इस पर भी संदेह है। क्योंकि जो आरएसएस वाले 1925 से काम कर रहे हैं, उन्हें भी क्या मिला? प्रधानमंत्री ने उनके साथ भी धोखाधड़ी की है। आरएसएस के लोगों को पदासीन करने की बजाय एेसे लोगों को मंत्री बनाया जा रहा है, जिन पर कांग्रेस के शासनकाल में भ्रष्टाचार के आरोप थे। वे सोमवार को यहां भोपाल जनउत्सव में संबोधित कर रहे थे।
कन्हैया कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने आपको ईमानदार स्वयंसेवक बताते हैं, लेकिन उन्हें इस पर भी संदेह है। क्योंकि जो आरएसएस वाले 1925 से काम कर रहे हैं, उन्हें भी क्या मिला? प्रधानमंत्री ने उनके साथ भी धोखाधड़ी की है। आरएसएस के लोगों को पदासीन करने की बजाय एेसे लोगों को मंत्री बनाया जा रहा है, जिन पर कांग्रेस के शासनकाल में भ्रष्टाचार के आरोप थे। वे सोमवार को यहां भोपाल जनउत्सव में संबोधित कर रहे थे।