सीएम ने की थी घोषणा
15 अगस्त 2020 को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी। सीएम ने महिला और बेटी के सम्मान का संकल्प लेते हुए एलान किया था कि प्रदेश में बेटियां की पूजा से ही सभी सरकारी आयोजन प्रारंभ होंगे।
15 अगस्त 2020 को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी। सीएम ने महिला और बेटी के सम्मान का संकल्प लेते हुए एलान किया था कि प्रदेश में बेटियां की पूजा से ही सभी सरकारी आयोजन प्रारंभ होंगे।
शिवराज सरकार के पिछले कार्यकाल में बेटियों के चरण वंदन से ही सरकारी कार्यक्रमों की शुरूआत होती थी। दिसंबर 2018 में आई कमल नाथ सरकार में यह परंपरा बंद हो गई। मार्च 2020 में फिर से भाजपा सरकार बनी और पुराने निर्णयों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फिर से बेटियों की पूजा करने के निर्देश दिए थे। इसे लेकर गुरुवार को सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर महिलाओं और बेटियों के सम्मान में लाडली लक्ष्मी योजना के तहत 78 हजार से अधिक ई-सर्टिफिकेट जारी किए थे। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में लाडली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री विवाह/निकाह कन्यादान योजना पहले से ही चल रही हैं। इन्ही योजनाओं के कारण मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान को ‘मामा’ के नाम से भी जाना जाता है।