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कार्तिक मास 2019: आज से ही शुरू कर दें ये काम, जीवन में आने लगेंगे खास बदलाव-हो जाएंगे मालामाल

locationभोपालPublished: Oct 14, 2019 06:20:46 pm

इन कामों से मां लक्ष्मी और धन कुबेर की बरसेगी कृपा…

कार्तिक मास 2019: आज से ही शुरू कर दें ये काम, जीवन में आने लगेंगे खास बदलाव

कार्तिक मास 2019: आज से ही शुरू कर दें ये काम, जीवन में आने लगेंगे खास बदलाव

भोपाल। हिंदू-कैलेंडर में आज यानि 14अक्टूबर 2019 से कार्तिक मास शुरू हो गया है। जिसे शास्त्रों में उत्तम मास भी कहा गया है। पंडित सुनील शर्मा के अनुसार इस महीने व्रत, पूजा और स्नान का विशेष महत्व होता है।

इसके साथ ही कार्तिक माह में तुलसी पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है। धार्मिक मानयताओं के अनुसार इस महीने शालीग्राम और माता तुलसी का विवाह भी होता है।
दरअसल जानकारों के अनुसार कार्तिक माह में धन से संबंधित विशेष आराधना व उपासना की जाती है, जिससे धन, आयु व आरोग्य की प्राप्ति होती है। अपने अंधकार दूर होकर जीवन प्रकाशमान हो जाता है।
मान्यता के अनुसार इस दौरान भगवान नारायण विष्णु और लक्ष्मी जी को दीपक लगाने से अमिट फल प्राप्त होते हैं। मनुष्य पुण्य का भागी होकर वह लक्ष्मी कृपा को प्राप्त करता है। इस माह में किया गया स्नानदान, दीपदान और तुलसी की पूजा विशेष फलदायी मानी गई है।
कार्तिक मास 2019: आज से ही शुरू कर दें ये काम, जीवन में आने लगेंगे खास बदलाव
स्कंद पुराण और पद्म पुराण के अनुसार यह माह धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष को देने वाला कहा गया है। इस माह में खास तौर पर दीपावली के बाद गोपाष्टमी, आंवला नवमी और देवउठनी एकादशी पर पूजन का काफी महत्व है।

इस माह साथ ही कार्तिक शुक्ल प्रबोधिनी एकादशी पर तुलसी विवाह किया जाता है। तुलसी के पौधे को सजा कर भगवान शालिग्राम के पूजन के साथ उनका विवाह संपन्न कराया जाता है।
कार्तिक में तुलसी की पूजा विशेष फलदायी मानी गई है। इसके साथ ही माह के अंतिम दिन में आने वाली बैकुंठ चतुर्दशी पर हरिहर मिलन और चातुर्मास की समाप्ति कार्तिक पूर्णिमा पर होती है।
इसके साथ ही पुराणों एवं शास्त्रों के अनुसार कार्तिक मास में दीपदान करने से मनुष्य के सारे पाप नष्ट होते हैं। इस मास में धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न किया जाता है।
कहा जाता है कि इस महीने में जो मनुष्‍य देवालय, नदी किनारे, तुलसी के समक्ष एवं अपने शयन कक्ष में दीप लगाता (जलाता) है, उसे सभी प्रकार के सुख प्राप्त होते हैं।

कार्तिक मास 2019: आज से ही शुरू कर दें ये काम, जीवन में आने लगेंगे खास बदलाव
आज से ही शुरू कर दें ये काम…
पंडित शर्मा के अनुसार दशहरा खत्म होने के कुछ दिन बाद से कार्तिक का महीना शुरू हो जाता है। वहीं हिन्दू-धर्म में कार्तिक मास बहुत खास माना जाता है। साथ ही इस महीने तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है।
इस दौरान ज्यादातर घरों में तुलसी के पौधे के नीचे दीपक जलाने की प्रथा है। माना जाता है कि कार्तिक महीने में तुलसी की पूजा से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।

वैसे तो वर्ष भर बृहस्पति वाले दिन आप अपने घर में तुलसी का पौधा लगा सकते है, पर तुलसी का पौधा लगाने के लिए कार्तिक का महीना सबसे उत्तम माना जाता है।
कार्तिक महीने में तुलसी के पौधे की पूजा से कर कामना पूरी होती है। इसलिए मान्यता है कि कार्तिक मास में प्रति दिन शाम को दीपक अवश्य जलाए और परिक्रमा करें।

कार्तिक मास 2019: आज से ही शुरू कर दें ये काम, जीवन में आने लगेंगे खास बदलाव
इस माह ये अवश्य करें: do these things …
1. पवित्र नदियों में स्नान : कार्तिक मास में पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महात्म्य बताया गया है। अगर नदियों में जाकर स्नान करना संभव नहीं है तो घर में ही गंगाजल युक्त जल स्नान करते हुए भगवान विष्णु का ध्यान करना चाहिए। पद्मपुराण में बताया गया है कि ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदियों स्नान करने से धरती के जितने तीर्थ स्थान है, उनका पुण्य मिलता है। साथ ही मोक्ष की भी प्राप्ति होती है।
2. तुलसी की पूजा करें : शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक मास में तुलसी पूजन तथा सेवन करने का विशेष महत्व है। तुलसी के पौधे पर मां लक्ष्मी और धन कुबेर की कृपा होती है इस मास में सुबह-शाम तुलसी की पूजा करने से घर में सुख, शांति और सम्‍पन्‍नता आती है।
3. ऐसे आती है सुख व समृद्धि! : संध्या के समय भगवान विष्णु का स्मरण करके तिल के तेल का दीप जलाएं। इससे सुख समृद्धि और मुक्ति मिलती है। कार्तिक महात्म्य के अनुसार भगवान विष्णु ने कुबेर से कहा है कि जो भक्त कार्तिक मास में मेरा पूजन और दीप दान करे उसे कभी धन की कमी मत होने देना।

4. नदी व तालाब में करें दीप प्रवाहित : प्रातः नदी या तालाब में दीप प्रवाहित करना चाहिए। अगर नदी या तालाब में जाना संभव ना हो तो तुलसी को ही दीप दिखा दें। इस मास में तुलसी की पूजा उत्तम फलदायी है। इसी महीने में भगवान शालिग्राम के रूप में विष्णु ने देवी तुलसी से देवप्रबोधिनी एकादशी के दिन विवाह किया था।
5. क्रोध व अहंकार होता है दूर : कार्तिक मास में पलंग पर सोने की बजाय भूमि पर बिस्तर लगाकर सोना चाहिए। इससे आत्मिक शुद्धि और मानसिक शांति मिलती है। क्रोध अहंकार को दूर करने लिए भी यह उपाय अच्छा माना गया है। लेकिन ध्यान रखें भूमि पर बिना बिस्तर के नहीं सोना चाहिए। बिना बिस्तर के सोना स्वास्थ्य और धार्मिक दृष्टि से अच्छा नहीं माना गया है।

6. अन्न व वस्त्र का करें दान : कार्तिक महीने में अन्न व वस्त्र का दान करना चाहिए। अन्य दिनों में किए गए दान से इस महीने में किया गया दान अधिक पुण्य फल प्रदान करता है। इस महीने में किया गया दान कई जन्मों तक शुभ फल प्रदान करता है।
7. उगते सूर्य को जल दें : उगते सूर्य को जल दें। ऐसी कथा है कि पूर्वजन्म में सत्यभामा के पिता एक ब्राह्मण थे जो नियमित सूर्य को जल और दीप दिखाया करते थे। कार्तिक मास में भी उनका यह क्रम चलता रहता था। इससे अगले जन्म में वह सत्राजित हुए और भगवान श्रीकृष्ण के पिता तुल्य ससुर हुए।
8. कुमार कार्तिकेय की करें पूजा : कार्तिक महीने के स्वामी भगवान कुमार कार्तिकेय हैं इसलिए इस महीने में कुमार कार्तिकेय की भी पूजा करनी चाहिए। इन्हीं के नाम पर इस मास का नाम कार्तिकेय है। इन्होंने इसी महीने में देवताओं का सेनापति बनकर तारकासुर का वध किया था और देवताओं को स्वर्ग दिलाया था।
9. ब्रह्मचर्य का करें पालन : कार्तिक मास में भगवान विष्णु के दामोदर और नारायण रूप की पूजा करनी चाहिए और स्त्री पुरुष संबंध से परहेज रखना चाहिए। साथ ही बुरे विचारों को मन में ना आने दें। इस पवित्र महीने में सदाचार का पालन करना चाहिए और किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।
10. तामिसक भोजन से रहें दूर : इस महीने में भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप में अवतार लेकर वेदों की रक्षा की थी और देवताओं के कहा था कि वह कार्तिक मास में वेदों सहित जल में रहेंगे इसलिए इस महीने में मछली नहीं खाना चाहिए। अन्य तामसिक भोजन जैसे मांस, अंडा और मदिरा से भी परहेज रखना शुभ फलदायी होगा।
ऐसे लोगों का देवता भी करते हैं आदर :
कार्तिक के महीने में मंदिर और नदी के घाटों की सफाई करने वाला व्यक्ति अगले जन्म में बहुत ही धनवान और सुखी होता है। ऐसे धर्मात्मा व्यक्ति की देवता भी आदर करते हैं और वह लोक-परलोक में आदर सम्मान प्राप्त करता है। देवी सत्यभामा को श्रीकृष्ण ने बताया था कि पूर्वजन्म में कार्तिक महीने में मंदिर की सफाई करने की वजह से ही उन्हें धन संपदा का सुख मिला है।
इस माह भूलकर भी ना खाएं ये चीजें do not do these things …

हिंदू-धर्म के शास्त्रों में हर माह अनुसार खानपान के बारे में बताया गया है कि किस माह में क्या खाएं, और क्या न खाएं। जैसे एकादशी के दिन चावल नहीं खाना चाहिए।
ऐसे ही हर तिथि के हिसाब से कुछ न कुछ चीजों की मनाही होती है। कार्तिक माह में स्वास्थ्य की दृष्टि से भी पित्त दोष का प्रकोप रहता है इसलिए खानपान में सावधानी बरतनी चाहिए। आइए जानते हैं कि वे कौन सी चीजें हैं जो कार्तिक माह में खाना हानिकारक हो सकती हैं और कौन सी फायदेमंद है।
1. मछली: कार्तिक माह में मछली खाना नुकसानदायक माना गया है और धार्मिक दृष्टि से भी कार्तिक में मछली खाने से बचना चाहिए क्योंकि मछली जल में रहती है और विष्णुजी भी जल में निवास करते हैं इसलिए मछली को खाना कार्तिक माह में वर्जित माना गया है।

2. बैंगन : कार्तिक के महीने में सब्जियों का राजा कहे जाने वाले बैंगन को भी नहीं खाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस माह में पित्त दोष संंबंधित बीमारी होने का खतरा रहता है और बैंगन पित्त दोष बढ़ाता है। इसके अलावा इस माह में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और बैंगन काम प्रवृत्ति को बढ़ाता है। इसलिए कार्तिक माह में धार्मिक दृष्टि से बैंगन खाना उचित नहीं है।
3. करेला : कार्तिक में बहुत ज्यादा तीखी खाने से परहेज करना चाहिए। जैसे करेला भी एक कड़वी सब्जी है,ऐसे में कार्तिक में करेला खाने से परहेज करना चाहिए। करेला वातकारक (यानि वायु बढ़ाने वाली) सब्जी माना जाता है, साथ ही कभी-कभी इसमें कीड़े भी लग जाते हैं। इसलिए ऐसा माना गया है कि कार्तिक माह में करेला खाना हानिकारक हो सकता है।
4. दही : कार्तिक माह में दही खाने से भी बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस माह में स्वास्थ्य की दृष्टि से दही खाना सही नहीं है। दही की जगह दूध का सेवन करना चाहिए। साथ ही धार्मिक दृष्टिकोण से कार्तिक में दही खाना संतान के लिए भी शुभ नहीं माना जाता है।
5. जीरा : जीरा स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है लेकिन कार्तिक के महीने में जीरा खाना नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए जीरे का सेवन कार्तिक के माह में नुकसानदायक हो सकता है।

मूली है लाभदायक:
इन 5 चीजों के सेवन से परहेज के अलावा कार्तिक के माह में मूली का सेवन करना लाभदायक माना गया है। स्वास्थ्य की दृष्टि से इस माह में मूली खाना फायदेमंद है क्योंकि इस मौसम में कफदोष और पित्तदोष संबंधित बीमारियां होने की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं इसलिए इस माह में मूली खाना लाभकारी है।
कार्तिक माह के सरल उपाय: जिससे मां लक्ष्मी और धन कुबेर की बरसेगी कृपा How to become Rich …

1. तरक्की के लिए
नौकरी पाने, कारोबार में तरक्की के लिए गुरुवार को तुलसी का पौधा पीले कपड़े में बांधकर, ऑफिस या दुकान में रखें। ऐसा करने से कारोबार बढ़ेगा और नौकरी में प्रमोशन हो जाएगा।
2. संपत्ति के लिए
कार्तिक माह में घर में तुलसी का पौधा लगाएं, साथ ही श्रीहरि नारायण का चित्र या प्रतिमा घर में रखें और उस तस्वीर में तुलसी के 11 पत्तों को बांध दें। ऐसा करने से घर में कभी भी संपत्ति की कमी नहीं होती है।
3. धन लाभ के लिए
धन लाभ के लिए सुबह उठकर तुलसी के ग्यारह पत्ते तोड़ लें। इन पत्तों को तोड़ने से पहले तुलसी मां से हाथ जोड़कर क्षमा मांग लें और इसके बाद ही इन्हें तोड़ें। इन पत्तों को घर के उस बर्तन में डाल दें जहां आप आटा रखते हैं। इस आटे का प्रयोग करने से कुछ ही दिनों में आपको घर में बदलाव दिखाई देने लगेगा।
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