इस साल सभी प्रकार की सिद्धियों को देना वाला सर्वार्थ सिद्धि योग बना है। इसके अलावा शाम को अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है। इन दोनों योगों के अलावा शुभ संयोग यह भी है कि इस दिन चंद्रमा शुक्र की राशि वृष में होंगे और चंद्रमा पर गुरु की दृष्टि होगी। ज्योतिषाचार्यों की माने तो करवा चौथ पर 27 साल बाद यह खास संयोग बन रहे हैं। इससे पहले यह संयोग 1991 में बना था, अगली बार यह संयोग 16 साल बाद 2034 में बनेगा।
पंडित प्रमोद पांडे का कहना है कि इस बार चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में होगा। इस वजह से विशेष संयोग बन रहा है। इससे व्रत करने वाली महिलाओं को विशेष फ ल मिलेगा। उनके अनुसार, चंद्रमा की वृष गत होने के कारण कन्या, मिथुन, मकर, कुंभ, वृष और तुला राशि की महिलाओं को अपने पति से विशेष सुख प्राप्त होगा। इस बार करवा चौथ पर पूजा करने का शुभ मुहूर्त करीब 1 घंटे 20 मिनट का है। यह 27 अक्टूबर को शाम 5.36 से शाम 6.54 बजे तक का है।
चांद जबलपुर में जल्दी तो इंदौर में दिखेगा पास
भोपाल। करवाचौथ पर चंाद का जल्दी दीदार करना चाहते हैं तो प्रदेश के पूर्वी जिलों जैसे शहडोल, जबलपुर में इसे रात 8 बजे के पहले देखा जा सकेगा, लेकिन यदि आप इंदौर , झाबुआ आदि पश्चिमी जिलों में हैं तो चंद्रोदय तो रात 8 के बाद होगा लेकिन चंद्रमा से दूरी कुछ कम होगी। चिनार पार्क में मैप की मदद से विज्ञान संचारक सारिका घारू ने लोगों को चंद्रमा से जुड़े वैज्ञानिक तत्थों से रूबरू कराया। राजधानी में करवाचौथ पर चंद्रोदय रात 8.04 बजे होगा तो जबलपुर में 7.54 और इंदौर में 8.11 बजे होगा। इंदौर में चंद्रमा को नजदीकी के लिए इंतजार ज्यादा होगा, लेकिन आपकी दूरी जबलुपर की तुलना में 32 किमी कम होगी। करवाचौथ की रात भोपाल से चंद्रमा की दूरी 376630 किमी होगी तो इंदौर में 376618 किमी और जबलपुर में 376650 किमी होगी।