मैदान की कमी से मुश्किल, कहां खेले जगह ही नहीं
यह ट्रेनिंग कबड्डी, रस्सी कूद, तैराकी, क्रिकेट, हॉकी जैसे सभी खेलों के लिए दी गई। अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी है। ऐसे में बच्चे खेल से दूर रह जाते हैं। बच्चों को शिक्षक खेलों की जानकारी दे सके इसके लिए उन्हें उनके लिए योजना बनाई गई है। ट्रेनिंग के बाद शिक्षक अपने स्कूल में जाकर बच्चों को बता सके।
यह ट्रेनिंग कबड्डी, रस्सी कूद, तैराकी, क्रिकेट, हॉकी जैसे सभी खेलों के लिए दी गई। अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी है। ऐसे में बच्चे खेल से दूर रह जाते हैं। बच्चों को शिक्षक खेलों की जानकारी दे सके इसके लिए उन्हें उनके लिए योजना बनाई गई है। ट्रेनिंग के बाद शिक्षक अपने स्कूल में जाकर बच्चों को बता सके।
शहर के अधिकांश स्कूलों में ट्रेनर नहीं
शहर के अधिकांश स्कूलों में बच्चों को खेलों की सीख देने वाले प्रशिक्षक नहीं हैं। ये कमी पूरा करने स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को तीन चरणों में प्रशिक्षण दिया है। खेल प्रभारी और शिक्षकों को 14 खेलों के बारे में जानकारी दी गई है।
शहर के अधिकांश स्कूलों में बच्चों को खेलों की सीख देने वाले प्रशिक्षक नहीं हैं। ये कमी पूरा करने स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को तीन चरणों में प्रशिक्षण दिया है। खेल प्रभारी और शिक्षकों को 14 खेलों के बारे में जानकारी दी गई है।
आधुनिक के साथ पारंपरिक खेलों को किया शामिल
शिक्षकों को 14 खेलों की सीख दी जानी है। इसमें पारंपरिक सहित आधुनिक खेल शामिल हैं। राष्ट्रीय खिलाड़ी शिक्षकों को ये ट्रेनिंग दे रहे हैं। कबड्डी रस्सी कूद भी इसमें शामिल हैं।
शिक्षकों को 14 खेलों की सीख दी जानी है। इसमें पारंपरिक सहित आधुनिक खेल शामिल हैं। राष्ट्रीय खिलाड़ी शिक्षकों को ये ट्रेनिंग दे रहे हैं। कबड्डी रस्सी कूद भी इसमें शामिल हैं।