ग्रुप ने हमें और जीने की चाहत ना होती, अगर तुम न होते…, रोते हुए आते हैं सब हंसता हुआ जो जाएगा…, आ चल के तुझे मैं लेके चलूं एक ऐसे गगन के तले…, हम दोनों दो प्रेमी दुनिया छोड़ चले…, मुसाफिर हूं यारों…, कोई हसीना जब रूठ जाती है…, मेरे नैना सावन भादो…, मेरे महबूब कयामत होगी… आदि गीतों की प्रस्तुति दी। डुएट में संध्या ने साथ दिया। कार्यक्रम का संचालन आशीष दवे और गिरीश सोनोने ने किया।
कई जगह हो रहे हैं कार्यक्रम
किशोर कुमार की के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर ही, उनके लिए जगह जगह कार्यक्रम का प्रस्तुतीकरण किया गया। जिसमें कई संख्या में उनके चाहने वाले लोग शामिल रहे।
आज भी होंगे कार्यक्रम
समन्वय भवन में आज शाम 4 बजे कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें कई सिंगर्स और म्यूजिशियन शामिल हो रहे है। गांधी भवन में भी शाम 7 बजे किशोरों के किशोर नामक कार्यक्रम का अयोजन किया जा रहा है।