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22 कॉलोनियों नहीं कोलार लाइन, भुगतान अटका, संकट में जलापूर्ति योजना

locationभोपालPublished: Apr 13, 2019 08:04:42 am

कोलार के 22 क्षेत्रों में जलापूर्ति योजना काम काम संकट में आ गया है। ठेका कंपनी तापी प्रिस्ट्रेस्ड प्रोडक्ट लिमिटेड ने काम की गति बेहद धीमी कर दी है।

कोलार

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कोलार के 22 क्षेत्रों में जलापूर्ति योजना काम काम संकट में आ गया है। ठेका कंपनी तापी प्रिस्ट्रेस्ड प्रोडक्ट लिमिटेड ने काम की गति बेहद धीमी कर दी है। बीते दो माह के दौरान काम में कोई उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज नहीं की गई। बताया जा रहा है कि कंपनी द्वारा निगम से किए हुए काम के चार करोड़ रुपए बकाया लेना है। राशि नहीं मिलने पर ही काम को धीमा गया है। निगम के अफसर जल्द ही काम की गति बढ़ाकर पाइप लाइन का काम पूरा करने की बात कह रहे हैं।
यहां अब तक नहीं बिछाई पाइप लाइन

न्यू अंबेडकर नगर कॉलोनी, सीआई हिल्स, डीके 3, डीके 5, विनितकुंज, इयाना बंगला, अकबरपुर, राजहंस एफ सेक्टर, ओम नगर, सुमित्रा परिसर, वंदना नगर, गरीब नगर, 210 क्वार्टर, प्रियंका नगर, 610 क्वार्टर, गिरधर गार्डन, राजवैघ कॉलोनी, कस्टम कॉलोनी डी सेक्टर, शकुंतला नगर, स्वागत बंगलो, चिचली बैरागढ़ व इससे लगा पूरा क्षेत्र।
ये हैं ठेकेदार
तापी प्रिस्ट्रेस्ड प्रोडक्ट लिमिटेड को ये काम दिया हुआ है। कोलार वाटर सप्लाई स्कीम के तहत काम मिला है। कंपनी से जुड़े इंजीनियरों का कहना है कि भुगतान नहीं होने से काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है। कंपनी के स्थानीय प्रभारी अंकित निगम का कहना है कि बचा हुआ काम करने 18 करोड़ रुपए की जरूरत है। नगर निगम को कंपनी 4 करोड़ रुपए का बिल दे चुकी है, जिसका भुगतान नहीं हुआ है। ये राशि मिलने पर काम में तेजी आएगी।
52 करोड़ की योजना 70 करोड़ रुपए पर पहुंची

कोलार को जलापूर्ति वाली योजना की शुरुआती बजट 52 करोड़ रुपए रखा गया था। बाद में अतिरिक्त काम जुडऩे की वजह से 18 करोड़ रुपए का काम बढ़ गया। अब ये योजना 70 करोड़ रुपए की हो गई है। अपर आयुक्त मयंक वर्मा का कहना है कि कोलार जलापूर्ति योजना हमारी प्राथमिकताओं में है। भुगतान संबंधी विवाद सुलझाया जा रहा है। काम तेज गति से ही होगा।

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