कमजोर गुणवत्ता पर ठेकेदार को फटकार लगाई। गुणवत्ता के साथ जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि कोलार में मंदाकिनी मैदान के साथ राजहर्ष में लोगों के घरों के सामने हाट बाजार लगता है। हाट के एक दिन बाद तक पूरे क्षेत्र में गंदगी रहती है। ऐसे में गेहूंखेड़ा में अलग से हाट विकसित करने की योजना बनाई। जोन समीक्षा बैठक में निगमायुक्त ने निरीक्षण किया निर्माण को लेकर इंजीनियरों और ठेकेदार को डपटा था।
इन कामों पर भी चिंता
स्थानीय लोगों को हाट बाजार की कमजोर गुणवत्ता के साथ नपा गठन होने से संबंधित प्रोजेक्ट बंद होने की भी चिंता है। आचार संहिता खत्म होते ही नपा गठन की कवायद फिर से बढ़ेगी, इससे चल रहे प्रोजेक्ट पर असर होगा। केरवा पेयजल योजना में भी यहां के 22 क्षेत्रों में लाइन बिछाना बाकी है।
गेहूंखेड़ा में लाइन नहीं बिछी है। इसी तरह सीवेज नेटवर्क 200 किमी लंबाई में बिछाना है। अभी महज 35 किमी ही लाइन बिछी है। इसके भी अटकने की आशंका है। खेल मैदान पर भी संकट के बादल हैं। हॉकर्स कॉर्नर का काम तो अभी शुरू होना बाकी है।
ये इतने के प्रोजेक्ट
70 करोड़ रुपए केरवा जलापूर्ति पेयजल योजना
135 करोड़ रुपए का सीवेज नेटवर्क योजना
05 करोड़ रुपए का खेल मैदान
अब तक शुरू नहीं
सुमित्रा परिसर रहवासी कल्याण समिति अध्यक्ष एमएल सोनी ने बताया, सिटी ट्रांसपोर्ट पर भी कोई गंभीर नहीं है। कई बार योजनाएं बन गई। कॉलोनियों के भीतर चौड़ी सड़कों से लो-फ्लोर बसें संचालित करने के दावे भी किए, पर अब तक जमीनी काम शुरू नहींं हो पाया। उन्होंने इसके लिए विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी। सुमित्रा परिसर के पास से बस शुरू करने बीसीएलएल ने योजना बना रखी है।
सीवेज लाइन की खुदाई ने भी किया परेशान : सीवेज लाइन के लिए बीच में खोदी जा रही सड़कें कोलारवासियों की परेशानी का सबब बन गई हंै। लोगों को घर का गेट खोलना मुश्किल हो गया है। लोगों को वाहन मोहल्ले से बाहर रखने पड़ रहे हैं। खुदाई के बाद लाइन डालकर मिट्टी-मलबे से ही फिलिंग की जा रही है। बीते तीन साल में पानी, केबल, सीवेज और इसी तरह के प्रोजेक्ट के लिए 600 किमी की सड़कें तीन बार खोदी जा चुकी हैं।