16 नंबर तक मुनारें गायब मिली
टीम ने बैरागढ़ क्षेत्र के बोरवन, बहेटा, खानूगांव, इंदौर रोड स्थित चिरायू हॉस्पिटल तक जांच की है। अस्पताल के अंदर एक से लेकर 16 नंबर तक मुनारें गायब मिली हैं। 2016 के सर्वे में भी से मुनारें नहीं मिली थीं।
तालाब को बचाने के लिए किए जा रहे सर्वे
बड़ा तालाब को बचाने के लिए किए जा रहे सर्वे में बैरागढ़ की दो टीमें तहसीलदार दीपक पांडे के नेतृत्व में एफटीएल की जांच करने पहुंची। खानूगांव में चिन्हित किए गए 46 अवैध अतिक्रमणों तक पानी पहुंच चुका है। टीम ने जीपीएस के आधार पर बोरवन, बहेटा और बैरागढ़ से इंदौर रोड तक की जांच की। नक्शे पर रेखांकित करते हुए एक टीम ने 200 प्वाइंट तो दूसरी ने बैरागढ़-इंदौर रोड पर 110 प्वाइंट की जांच की।
कुछ मुनारें जमीन पर नहीं मिली
इन जांचों के दौरान बोरवन की कुछ मुनारें भी नहीं मिली हैं। या तो वे पानी में डूब चुकी हैं या फिर गायब हैं। अभी पानी मुनारों से 15 से20 फीट आगे निकल गया है। इस कारण बोरवन में कुछ मुनारें जमीन पर मिली नहीं हैं, जबकि वे नक्शे में नजर आ रही हैं। बड़ा तालाब का अधिकांश भाग बैरगढ़ सर्किल में ही आता है। इस कारण यहां पर दो टीमें काम कर रही हैं।
एक एडीएम सहित अमला अतिक्रमण हटाने के लिए
बड़े तालाब के कब्जों को चिन्हित कर हटाने के लिए कलेक्टर ने पांच टीमें बनाई हैं। एसडीएम की चार टीमें अपने-अपने क्षेत्र में आने वाले तालाबों के एफटीएल की जांच करेगी। एडीएम सतीश कुमार व अन्य राजस्व अधिकारियों की एक टीम को सिर्फ अतिक्रमण हटवाने के लिए लगाया गया है।