नैतिक और अनिवार्य मतदान का वातावरण तैयार करने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वी एल कांताराव ने उच्च शिक्षा विभाग को इस संबंध में निर्देश जारी किए है। इसके बाद विभाग ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव एवं महाविद्यालयों के प्राचार्यों को पत्र लिखा है। मतदाता जागरुकता के लिए सभी संस्थानों को वोटर अवेयरनेस फोरम (वीएएफ ) का गठन करना होगा।
छात्र छात्राएं स्लोगन्स, पोस्टर-बैनर, जिंगल्स, लघुफि ल्म, ऑडियो-वीडियो के जरिए मतदाताओं को जागरुक करेंगे। जागरुकता के लिए विभाग को अलग से कोई सामग्री तैयार नहीं करनी होगी। सभी सामग्री मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और जनसंपर्क विभाग मध्यप्रदेश की ऑफ ीशियल वेबसाइट पर उपलब्ध है। सामग्री को डाउनलोड कर प्रसारित करना होगा।
स्टूडेंट्स बनाए जाएंगे वॉलेंटियर
जागरुकता अभियान चलाने वाले कॉलेज स्टूडेंट्स को भी अहम जिम्मेदारी दी गई है। कॉलेज स्टूडेंट्स वॉलेंटियर बनाए जाएंगे। वहीं चुनाव तक सभी सरकारी कार्यालयों से जारी होने वाले आदेश निर्देशों के पत्रों के फुटर पर मतदाता जागरुकता के स्लोगन अंकित होंगे।
कांताराव ने कहा- समय से पहले तैयार कराएं स्ट्रांग रूम
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांता राव ने इवीएम के स्ट्रांग रूम का निर्माण तय समय सीमा से पहले कराने को कहा है। ताकि उनका इस्तेमाल लोकसभा चुनाव से पहले इवीएम और वीवीपैट के स्टोर के लिए किया जा सके।
शनिवार को नोडल एजेंसी लोक निर्माण विभाग पीआइयू के अधिकारियों की बैठक में सीइओ ने इएनसी विजय सिंह वर्मा को निर्देश दिए कि सीहोर, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, खण्डवा जिले के इवीएम के स्ट्रांग रूम 15 फरवरी 2019 तक पूर्ण कर लिए जाएं। बाकी जिलों का काम मार्च 2019 तक पूरा कराएं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय 51 जिलों के लिए 65 करोड़ रुपए पहले ही जारी कर चुका है।